उत्तराखंड

लालकुआँ में गैस माफियाओं का आतंक: कब टूटेगी प्रशासन की चुप्पी?

Terror of gas mafia in Lalkuan: When will the administration break its silence?

रिपोर्टर गौरव गुप्ता।

लालकुआँ कोतवाली क्षेत्र में अवैध रूप से गैस सिलेंडर की कालाबाजारी और गैस रिफलिंग का काम थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात यह है कि अब भी कई जगहों पर खुलेआम वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग की जा रही है।

गैस सिलिंडरों की कालाबाजारी तथा रिफलिंग के अवैध कारोबार करने वाले रसूखदारों के खिलाफ जिला प्रशासन और पूर्ति विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं पा रहा है। नतीजतन शहर में अभी 10 से 12 जगहों पर खुलेआम गैस रिफलिंग का काम हो रहा है। अगर पूर्व की बात की जाये तो रिफलिंग के दौरान कई बार हादसे भी हुए है उसके बाद भी किसी का भी ध्यान नही जा रहा है।

बताते चले कि लालकुआँ नगर एवं इसके आसपास कई जगह-जगह खुलेआम वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की जा रही है। गैस सिलेंडरों का अवैध कारोबार करने वालों पर पूर्ति विभाग कार्रवाई करने में असफल है। रिफिलिंग के दौरान कई बार हादसे भी हुए है। उसके बाद भी किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है।

अवैध रूप से गैस सिलेंडर की कालाबाजारी और गैस रिफिलिंग का काम थम नहीं रहा है। हालात यह हैं कि अब भी कई जगहों पर खुलेआम वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की जा रही है। घरेलू गैस सिलेंडर से अवैध रूप से गैस रिफिलिंग का काम हो रहा है। टेंपो, वैन, ऑटो रिक्शा में अवैध रूप से गैस डाली जा रही है। उक्त कारोबार नगर के मैन बजार, बंगाली कालौनी, जवाहर नगर, अम्बेडकर नगर, गाधीनगर,समेत आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर चल रहा है। स्थानीय पुलिस एवं पूर्ति विभाग सब कुछ जानने के बाद भी हाथ पर हाथ धरें बैठा है।

वही लोगों का कहना है कि गैस माफियाओं द्वारा बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस भरते है। इसके अलावा घरेलू गैस सिलेंडर से टेंपो, वैन, ऑटो रिक्शा में अवैध रूप से गैस डाली जा रही है। वही गैस माफियाओं द्वारा बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर तथा वाहनों में गैस भरते समय रिसाव होने से आग पकड़ लिया है। संयोग ही अच्छा है कि अभी तक कोई बड़ी घटना नही घटी है। वही जोखिम भरा धंधा बाजार स्थित तथा घनी कालोनियों में बेरोक टोक चल रहा है।

वही लोगों ने जिलाधिकारी से इस पर पाबंदी लगाने की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही गैस के अवैध कारोबार पर कार्यवाही नही होती तो इसके खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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