उत्तराखंड

ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ किया जमकर प्रदर्शन”घरों के आगे रेलवे ने खड़े किए लोहे के पोल”ग्रामीणों ने दी आत्मदाह की चेतावनी

ग्रामीणों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ किया जमकर प्रदर्शन”घरों के आगे रेलवे ने खड़े किए लोहे के पोल”ग्रामीणों ने दी आत्मदाह की चेतावनी।

रिपोर्टर गौरव गुप्ता। लालकुआं

लालकुआं क्षेत्र के अन्तर्गत बिन्दुखत्ता घोड़ानाला स्थित लगभग आधा दर्जन से अधिक कालौनियों में निवास कर रहे हजारों लोग के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा बनाई जा रही लोहे के खंभों की दीवार ने परेशानी खड़ी कर दी है। कालोनियों का आवागमन बंद होने से लोगों के अलावा सैकड़ों लोगों की रोजी रोटी पर भी बड़ा असर पड़ा सकता है।कई लोगों ने इस हालत के लिए क्षेत्रीय सांसद और विधायक की उदासीनता को ज़िम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि सांसद और विधायक के आश्वासन के बाद भी रेलवे प्रशासन द्वारा लोहे के खंभों की दीवार बनाकर उनकी आवाजाही को पूर्ण रूप से बंद किया जा रहा है। उन्होंने रेलवे प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से इस मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई करने की मांग की।
साथ ही चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी समास्या का हल नहीं हुआ तो सभी लोग आत्मदाह करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी।

बताते चलें कि रेलवे ट्रैक पर बढ़ती दुर्घटना की रोकथाम के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा‌ लालकुआं बरेली रेलवे मार्ग के दोनों ओर लोहे के खंभों की दीवार बनाई जा रही है। जिसमें एक तरफ का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसी को लेकर आज रेलवे प्रशासन द्वारा घोड़ानाला स्थित बलिया कॉलोनी, राजीव कॉलोनी, वर्मा कॉलोनी सहित आधा दर्जन से अधिक कालौनियों में निवास कर रहे लोगों के घरों के आगे लोहे के खंभे खड़े करने खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया।यह प्रदर्शन रेलवे प्रशासन द्वारा घरों के आगे खड़े किए गए लोहे खंभों को लेकर किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि घरों के लोहे के खंभों खड़े करने से उनकी आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाएगी ।
उन्होंने कहा कि हम लोग पिछले लम्बे समय से यह निवास करते आ रहे हैं तथा सभी हम लोगों का एकमात्र रास्ता ऐ ही है। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन ने कुछ समय पहले भी इस मार्ग को बंद करने की कोशिश की थी परन्तु लोगों की मांग पर उसे चालू कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि लेकिन इस बार रेलवे ने उनके घरों के आगे लोहे के खंभे खड़े करके उनके घरों में आने-जाने वाले रास्ते को पूरी तरह बंद करने की कोशिश की जा रही जो ग़लत है। उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा घरों के आगे लोहे की दीवार से यहां से आवागमन पूरी तरह बंद हो जाएगा तथा लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस रास्ते एम्बुलेंस, आपातकालीन सेवाओं से भी वंचित होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यहां के लोग क्षेत्रीय सांसद से लेकर विधायक सहित रेलवे के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक के आश्वासन के वाबजूद रेलवे ने आज लोहे खंभे खड़े कर दिए। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद और विधायक को इस समास्या का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि जब तक उनकी समास्या का हल नहीं हो जाता तब तक आन्दोलन जारी रहेगा उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रेलवे ने जबरदस्त करने की कोशिश की तो सभी आत्मदाह करने को मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी ।

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