अचानक बढ़ा गंगा नदी का जलस्तर! गंगा के टापू में फंसे 22 व्यक्ति
पुलिस और एसडीआरएफ रेस्क्यू कर निकाला बाहर

ऋषिकेश से महेश पंवार की रिपोर्ट: उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। उत्तराखंड में हो रही तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से आपदा के हालात बने हुए हैं। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते भुस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है जहां उत्तराखंड में गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से रायवाला के समीप गंगा के टापू में 22 व्यक्ति फंस गए। इनका अस्थायी रूप से बनाया गया डेरा नदी के बहाव की चपेट में आ गया। यह सभी वन गुर्जरों हैं और उत्तरकाशी से रायवाला आए थे।
बताया जा रहा है कि इनको हरिद्वार जाना था। मंगलवार सुबह कंट्रोल रूम के माध्यम से मिली सूचना पर रायवाला पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया गया। टीम वोट की मदद से फंसे हुए व्यक्तियों तक पहुंची और उनको सकुशल बाहर निकाला।
रायवाला पुलिस प्रशासन ने टापू पर फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला इतना ही नहीं मित्र पुलिस प्रशासन ने उनकी व्यवस्था के लिए इंतजाम किए हैं। पुलिस प्रशासन ने खाने पीने की व्यवस्था भी की है।
रायवाला के थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि वन गुर्जरों के चार डेरे से सम्बंधित यह लोग उत्तरकाशी से रायवाला आए थे और रात को गंगा पार डेरा बनाकर रुके थे, जिसमें 13 बच्चों सहित 22 लोग हैं। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार और सोमवार को हुई बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। खतरे को देखते हुए गंगा तटवर्ती क्षेत्र के नागरिकों को गंगा किनारे न जाने के लिए सूचित किया गया है। ग्राम प्रधानों को भी सूचना प्रसारित करने के लिए कहा गया है। वहीं डेरे में शामिल वन गुर्जर गुलाम रसूल ने बताया कि उनकी दो भैंसे नदी के बहाव में बह कर लापता हुई हैं।