
देहरादूनः पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे के बाद से ही उत्तराखंड कांग्रेस लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है. उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा के बाद विपक्ष ने पीएम और उनके कार्यक्रम को लेकर आपत्तियां दर्ज करवानी शुरू कर दी हैं.
एक तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने मोदी के कार्यक्रम के दौरान परंपराओं के तोड़े जाने पर सवालिया निशान लगाए तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भी धर्मप्रेमियों की आस्था पर चोट बताया. विपक्ष ने एक सुर में यह भी कहा कि आपदा झेल चुके उत्तराखंड के लोगों और देवस्थानम बोर्ड का लगातार विरोध कर रहे पुरोहित समुदाय को प्रधानमंत्री से काफी अपेक्षाएं थीं, लेकिन उन्हें पूरी तरह किनारे कर दिया गया.
कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत ने सोशल मीडिया के ज़रिये मोदी के दौरे पर तंज़ कसते हुए कहा, ‘मुझे अपने मंदिरों की परंपराओं पर अभिमान है, लेकिन मेरे अभिमान को चोट पहुंची. गर्भगृह से जिस तरीके से पूजा का प्रसारण किया गया, उसने मुझे बड़ी उहापोह में डाल रखा है.’
रावत ने साफ कहा कि उनके हिसाब से ये पूरा कार्यक्रम बिल्कुल ठीक ढंग से नहीं हुआ क्योंकि कई नियमों को चोट पहुंचाई गई. यह लिखते हुए रावत ने उत्तराखंड के लोगों से इस बारे में निष्कर्ष निकालने की बात करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के बाद कई नियमों पर सवालिया निशान लग गया है.
वहीं, कांग्रेस पीएम मोदी के गर्भ से लाइव प्रसारण पर भी सवाल खड़े कर चुकी है. इस पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि था कि केदारनाथ में पीएम मोदी हमारी परंपराओं और भावनाओं को रौंदकर चले गए.
हरीश रावत के ट्वीट पर बीजेपी लगातार पलटवा कर रही है. वहीं, बीजेपी हरीश रावत के एक नये ट्वीट पर भड़की हुई है. हरीश रावट के ट्वीट करते हुए लिखा था कि
“हम आह भी भरते हैं, तो हो जाते हैं बदनाम. भाजपा कत्ल भी कर दे, कहते हैं चर्चा न हो. श्री @UKGaneshGodiyal जी उस समय जूते पहन कर मंदिर में गये, जब मंदिर का गर्भगृह लाशों से अटा पड़ा था, उनको बाहर निकालना सबसे पहली दैवीय प्राथमिकता थी.”
वहीं, इसके जवाब पर ही बीजेपी ने एक ही अंतराल पर तीन-तीन वीडियो जारी किए हैं, जिसमें गणेश गोदियाल को दिखाया गया है. बीजेपी ने लिखा कि
“आदरणीय @harishrawatcmuk जी,बाबा केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में @UKGaneshGodiyal जी के द्वारा चमड़े के जूते पहना कर जाना अगर आपके लिए केवल एक “आह” समान है तो हमारी आपसे बस एक ही विनती है राजनीति विवश हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ मत कीजिए, जनता सब देख रही है.”
एक और दूसरे ट्वीट पर बीजेपी लिखती है कि
श्री @harishrawatcmuk जी, मंदिर के गर्भगृह के लाशों से पटे होने की बात @pankajjha_जी के वीडियो से झूठ साबित होती है. गोदियाल जी के पाप के भागीदार मत बनिए. गर्भगृह में वहाँ पवित्र ज्योतिर्लिंग पर दिख रहे बेलपत्र इस बात का द्योतक है कि मंदिर में पूजा होनी शुरू हो गई थी.
आदरणीय @harishrawatcmuk जी, बुरा मत मानिएगा लेकिन आप शायद भूलने लगे हैं या अपनी आदतानुसार विषय से भटकाने का प्रयत्न कर रहे हैं। आपको ध्यान दिला दें कि कमलनाथ जी द्वारा श्री केदारनाथ जी मंदिर के गर्भगृह की तस्वीरें 29 अक्टूबर 2021 को ट्वीट की गई थीं.
वहीं, गणेश गोदियाल ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा कि
“2013 केदारनाथ आपदा में आई प्रलय में हजारों लाशों के बीच जूते पहनना ऐसी परिस्थितियों की तुलना कतई उचित नहीं. उस समय जूते पहन कर मंदिर में गये, जब मंदिर का गर्भगृह लाशों से अटा पड़ा था, उनको बाहर निकालना सबसे पहली दैवीय प्राथमिकता थी”.