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चारधाम में लौटी रौनक! तीर्थयात्रियों के लिए खुले हेमकुंड साहिब के कपाट

उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के साथ ही हेमकुंड यात्रा आज से शुरू हो गई है। आज पहले दिन करीब एक हजार लोगों ने चारधाम के दर्शन किए। उधर, हेमकुंड साहिब के कपाट भी आज विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। आज 100 श्रद्धालुओं ने पहली अरदास में हिस्सा लिया। चारों धामों में आज स्थानीय श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी। देस्थानम बोर्ड ने आज चारों धामों के लिए 19491 ई पास जारी किए।

 

उधर, देवस्थानम बोर्ड शाम चार बजे तक श्री बदरीनाथ धाम के लिए 4830, श्री केदारनाथ धाम के लिए 10010, श्री गंगोत्री धाम के लिए 2375 और श्री यमुनोत्री धाम के लिए 2276 ई-जारी किए गए।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के साथ ही पांचवें धाम हेमकुंड साहिब के कपाट तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए गए हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं ने श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चरणों में अरदास की है कि दरबार में पहुंच रही संगतों की मनोकामना वह पूरी करें और उनकी यात्रा सफल हो। 18 सितंबर दोपहर तक करीब 100 श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब की दरबार में मत्था टेका।

हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि यात्रा की समाप्ति की तारीख ट्रस्ट द्वारा अभी निश्चित नहीं की गई है। ऐसे में हमारा पूरा प्रयास है कि यात्रा को अधिक से अधिक समय तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहे।

हेमकुंड गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि ऋषिकेश गुरुद्वारा के ट्रस्ट कार्यालय में पंजीकरण कराकर पास लेकर ही प्रस्थान करें। जिससे वह गोविंदघाट में की जा रही चेकिंग के दौरान परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

बता दें कि राज्य सरकार ने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रतिदिन हेमकुंड में 1000 श्रद्धालुओं को ही दर्शन करने की अनुमति दी है। वहीं, हेमकुंड मैनेजमेंट ने अभी यात्रा समाप्ति की तिथि की घोषणा नहीं की है। उनका कहना है कि मौसम को देखते हुए आगे इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।

राज्य सरकार ने सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन के लिए जाने की अनुमति प्रदान की हुई है। बदरीनाथ में 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600, यमुनोत्री में 400 और हेमकुंड में 1000 श्रद्धालुओं को ही जाने की अनुमति है।

देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण और देवस्थानम बोर्ड
की वेबसाइट से ई-पास लेकर ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है। हेमकुंड मैनेजमेंट का कहना है कि यात्रा पर आने वाले यात्री कृपया ऋषिकेश गुरुद्वारा में ट्रस्ट कार्यालय में पंजीकरण कराकर और पास लेकर ही प्रस्थान करें।

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