
हरिद्वार: बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने एक और गिरफ्तार की है। अब एसआईटी ने हरिद्वार के पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को नई दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी से जुड़े 55 मुकदमों में अनुराग शंखधर का नाम है।
छात्रवृत्ति घोटाले में सस्पेंड समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर को एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी के मुताबिक, हरिद्वार और देहरादून जनपद में समाज कल्याण अधिकारी के तौर पर तैनात रहे अनुराग शंखधर के खिलाफ हरिद्वार के 11 और देहरादून के चार मुकदमों में संलिप्तता पाई गई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया था। टीम ने आरोपित को नई दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। उसे देहरादून की भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
अनुराग शंखधर उप परियोजना निदेशक के पद पर तैनात थे।इससे पहले घोटाले में एसआईटी ने देहरादून के पूर्व समाज कल्याण अधिकारी राम अवतार को गिरफ्तार किया था। राम अवतार सिंह के खिलाफ डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने पद पर रहते हुए सहारनपुर के एक इंस्टीट्यूट को फर्जी तरीके से करीब 27 लाख रुपये की छात्रवृत्ति जारी की थी। ये छात्रवृत्ति की इंस्टीट्यूट के मालिकों और अधिकारियों ने आपस में बांट ली।
बता दें, साल 2011 से 17 तक उत्तराखंड में 500 करोड़ से अधिक का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था। इस घोटाले में बंदरबांट का मामला इस रूप में सामने आया कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और हरियाणा जैसे राज्यों में निजी शिक्षण संस्थानों को बिना सत्यापन के समाज कल्याण अधिकारी द्वारा करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति धन आवंटित किया गया। अधिकतर जांच में यह बात सामने आई कि निजी शिक्षण संस्थानों ने बिना एडमिशन किए ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकार को गुमराह कर छात्रवृत्ति का धन गबन किया।
पढ़ें- जन्मेजय खंडूरी बने देहरादून SSP! डाॅ योगेन्द्र का ट्रांसफर