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राजाजी घूमने वाले सैलानियों के लिए खुशखबरी! ले सकेंगे जंगल सफारी का लुत्फ

पर्यटकों के लिए खुला राजाजी पार्क की चीला रेंज का एक गेट

ऋषिकेश से महेश पंवार की रिपोर्ट: वन्यजीवों का दीदार करने वाले नियों के लिए अब राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज के एक गेट को खोल दिया गया है। यहां पहले दिन काफी संख्या में पर्यटक पार्क घूमने के लिए पहुंचे। खास बात यह है कि यह गेट सैलानियों के लिए पूरे साल भर खुला रहेगा। बुधवार को राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज के एक द्वार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया।

पर्यटकों के स्वागत के लिए रेंज के प्रवेश द्वार को फूलों से सजाया गया है। जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ व चीला के रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूली ने रिबन काटकर इस गेट सैलानियों के लिए खोला। आपको बता दें कि यह गेट सैलानियों के लिए पूरे वर्ष खुला रहेगा। जिससे यहां पर्यटन का तो बढ़ावा मिलेगा ही साथ ही पार्क प्रशासन को राजस्व भी प्राप्त होगा।

वहीं इस गेट के खुलने से कोरोना काल में तंगी की मार झेल रहे जिप्सी संचालकों के चेहरे भी खिल उठे है। जानकारी देते हुए रेंज अधिकारी अनिल पैन्यूली ने बताया कि यह ट्रैक चीला गेट से अंधेरी बीट होते हुए गौहरी घाट तक पहुंचेगा उन्होने बताया कि इस टैक पर सैलानी करीब 12 किलोमीटर तक सफर कर सकेंगे।

आपको बता दें कि अब तक राजाजी में सिर्फ चैरासी कुटी ही साल भर पर्यटकों के लिए खोली जाती है मगर अब चीला के इस गेट को भी सैलानियों के लिए पूर साल भर के लिए खोला जाएगा। उद्धघाटन के अवसर पर सफारी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेश चंद शर्मा, सचिव शशि राणाकोटी, ग्राम प्रधान गंगा भोगपुर (मल्ला) अनिल नेगी व तल्ला के प्रधान सतेंद्र चैधरी, ऋषि रानाकोटी आदि रहे।

पार्क प्रशासन को पहले दिन हुई 4250 रुपये की आमदनी

सैलानियों के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज का गेट खुलने के बाद यहां काफी संख्या में पर्यटक पहुंचे। जिनसे पार्क प्रशासन को अच्छा राजस्व प्राप्त हुआ है। रेंज अधिकारी ने बताया कि पहले दिन 20 पर्यटकों ने जंगल सफारी का लुफ्त उठाया। जिनसे पार्क प्रशासन को 4250 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

इसके साथ ही उन्होने बताया कि राजाजी का यह नया ट्रैक बेहद ही खूबसूरत है। यहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ विभिन्न तरह के वन्य जीवों का दीदार आसानी से हो जाता है। उन्होने बताया कि इस ट्रैक पर हाथी, गुलदार, हिरन, चीतल, सांभर, मोर के अलावा कई वन्य जीवों और पक्षियों का दीदार किया जा सकता है।

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