
देहरादून: राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF), उत्तराखंड द्वारा टि्वटर द्वारा 16 जनवरी को पूर्व घोषित कार्यक्रम #voteforOPS महाभियान चलाया गया। संयुक्त मोर्चा के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला की अध्यक्षता में इस सम्बन्ध में वर्चुअल मीटिंग भी आहूत की गयी थी। मीटिंग का संचालन प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल द्वारा किया गया था। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के आवाह्न पर प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा प्रदेश के समस्त एनपीएस कार्मिकों से 16 जनवरी 2022 को #voteforOPS अभियान चलाने का आवाह्न किया गया था।
इसी क्रम में आज दिनांक 16-01-2022, रविवार को टि्वटर पर #voteforOPS महाअभियान चलाया गया। जिसमें टि्वटर पर आज #voteforOPS टॉप ट्रेंड किया। जो कि एनपीएस कार्मिकों की एकता तथा उनकी पुरानी पेंशन बहाली की मांग की आवश्यकता तथा महत्व को साबित करने के लिए पर्याप्त है।
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इसके साथ ही यह वर्तमान सरकार तथा विपक्षी दलों के राजनेताओं को आईना दिखाने के लिए काफी है। इसके द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों को अपने मैनिफेस्टो में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को महत्वपूर्ण स्थान देने का संदेश दिया गया है। साथ ही अब विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को पुरानी पेंशन बहाली का समर्थन करने को मजबूर कर दिया है। क्यूंकि अब एनपीएस कार्मिक, उनके परिवार, रिश्तेदार और जान पहचान के लोग पुरानी पेंशन बहाली की मांग का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों को ही अपना वोट देने के मूड में हैं।
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अतः अब राजनीतिक दलों के लिए पुरानी पेंशन बहाली की मांग को नजरंदाज करना आगामी विधानसभा चुनावों में भारी पड़ सकता है। क्यूंकि एनपीएस कार्मिक अब परिवर्तन का मन बना चुके हैं। यह टि्वटर के माध्यम से एनपीएस कार्मिकों की विभिन्न राजनीतिक दलों को अन्तिम चेतावनी है। यह टि्वटर के माध्यम से विभिन्न राजनीतिक दलों को अन्तिम चेतावनी है।
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आगे डॉ० पसबोला ने बताया कि आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रान्तीय अध्यक्ष अनिल बडोनी, प्रदेश प्रभारी विक्रम रावत, उपाध्यक्ष देवेन्द्र बिष्ट, महिला उपाध्यक्ष योगिता पंत, कुमाऊं मंडल प्रभारी योगेश घिल्डियाल, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष जयदीप रावत, गढ़वाल मंडल सचिव नरेश कुमार भट्ट, प्रांतीय प्रेस सचिव कमलेश कुमार मिश्र, डॉ० अजय चमोला, डॉ० नावेद आजम, रणवीर सिंधवाल, अंकित रौथाण, पूरन सिंह फरस्वाण, पुष्पा नेगी, विकास थपलियाल, त्रिलोक रावत, शंकर पांडे, महावीर मेहता, कुलदीप राणा, मुरली मनोहर भट्ट, गुरुदेव रावत, राजीव उनियाल, नवीन कुमार सैनी, हिमांशु जगूड़ी, जसपाल सिंह रावत, नीलम बिष्ट, शशि चौधरी, रजनी रावत, हीरा भट्ट आदि पदाधिकारियों सहित 80,000 एनपीएस कार्मिकों ने अपना प्रमुख योगदान दिया.