त्रियुगीनारायण मन्दिर में भी अब तक 37 हजार 462 श्रद्धालु कर चुके हैं शिव पार्वती के दर्शन, 800 हो चुकी शादी
त्रियुगीनारायण मन्दिर में भी अब तक 37 हजार 462 श्रद्धालु कर चुके हैं शिव पार्वती के दर्शन, 800 हो चुकी शादी
शिव पार्वती का विवाह स्थल के नाम से विख्यात त्रियुगीनारायण मन्दिर में भी अब तक 37 हजार 462 श्रद्धालु कर चुके हैं शिव पार्वती के दर्शन ओर अब तक विवाह स्थल पर 800 शादी हो चुकी है क्या कह रहे अध्यक्ष तीर्थ पुरोहित सच्चितानंद पंचपुरी पढिए पूरी खबर।
खोजी संवाददाता-हरीश चन्द्र देव भूमि ऊखीमठ से
खबर है रुद्रप्रयाग जिले से आपको बता दें त्रियुगीनारायण मन्दिर समिति के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि शिव पार्वती का विवाह स्थल के नाम से विख्यात त्रियुगीनारायण मन्दिर में 10 मई से अब तक 37 हजार 462 श्रद्धालुओ ने कर चुके हैं शिव पार्वती के दर्शन ओर अभी भी देश विदेश के श्रद्धालु इस पवित्र धाम में लगातार आ रहे हैं वहीं तीर्थ पुरोहित समिति के अध्यक्ष सच्चितानंद पंचपुरी ने कहा कि शिव पार्वती का विवाह स्थल त्रियुगीनारायण मन्दिर में देश विदेश व क्षेत्र की शादी भी की जाती है जिसको देखते हुए इस स्थान पर अब तक लगभग 800 शादी हो चुकी है उन्होंने कहा कि यह एक शिव पार्वती का विवाह स्थल के नाम से जाना जाता है जहां पर अभी भी शादी होती है विशेष बात यह है कि इस त्रियुगीनारायण मन्दिर में भगवान शिव और माता पार्वती ने अपना शुभ विवाह किया था जो कि अभी तक वहां साक्ष्य रुप में है उन्होंने कहा कि उसी को देखते हुए इस पवित्र स्थान पर दो जोड़ियों का मिलन के साथ उनकी शादी की जाती है जो पूरे विधि-विधान से तीर्थ पुरोहितों द्वारा किया जाता है जिसके कुछ नियम होते हैं।
जिसको भी शिव पार्वती के स्थाल पर शादी करनी है उनके लिए मुख्य नियम
शादी करने वाले जोड़ियों को अपने अपने आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, या जिन लडका या लडकी के माता-पिता नहीं है उन्होंने उनके मृत्यु प्रमाण पत्र, और विशेष बात लडका लडकी को मेरिट शादीफिकेट या वकील द्वारा स्टाम पेपर पर लोटरी करके तीर्थ पुरोहित समिति में जमा करके उनकी शादी होगी साथ ही दोनों को वयक होना बहुत जरूरी है।
विशेष बात बिना इन नियमों के और माता पिता के अनुमति द्वारा पवित्र धाम में शादी नहीं हो सकती है।
क्या है शिव पार्वती के विवाह स्थाल त्रियुगीनारायण मन्दिर में आम जनमानस के लिए समस्या
सड़क शिव पार्वती के विवाह स्थाल त्रियुगीनारायण मन्दिर गेड से 20 मीटर पैदल चलना पड़ता है जो कि सड़क की असुविधा है
दूसरी समस्या इस पवित्र धाम में शुलभ शौचालय की खासकर असुविधा है जिसमें लाखों श्रद्धालु बहुत परेशान नजर आते हैं
अंत में सरकार से मन्दिर समिति व तीर्थ पुरोहित समिति ने अनुरोध किया कि शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण की समस्या का जल्द से जल्द समाधान करे खासकर शुलभ शौचालय की।