
चंडीगढ़: चंडीगढ़ से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां प्रदेश सरकार ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई है जैसा कि आप सभी जानते हैं कि दीपावली आने वाली है इसी उपलक्ष में आज राज्य सरकार पंजाब को दिवाली गिफ्ट देगी। इसके लिए दोपहर करीब ढाई बजे कैबिनेट की मीटिंग बुलाई गई है। इसमें सस्ती या मुफ्त बिजली को लेकर फैसला हो सकता है। इससे पहले CM चरणजीत चन्नी ने कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला होगा। कैबिनेट मीटिंग के बाद शाम 4 बजे इसकी घोषणा की जा सकती है। सीएम चरणजीत चन्नी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी देंगे।
दरअसल सीएम के दावे के बाद अब कांग्रेसियों से लेकर विपक्षी दलों की नजर भी इस पर लगी हुई है। सीएम के दावे के बारे फिलहाल एक-दाे करीबी मंत्रियों को छोड़ किसी को इसकी जानकारी नहीं है। सीएम ने कुछ दिन पहले वरिष्ठ मंत्रियों के साथ इस बारे में चर्चा की थी। चर्चा यह है कि हर घर को 300 यूनिट मुफ्त बिजली या फिर प्रति यूनिट रेट 3 से 5 रुपए करने की घोषणा की जा सकती है।
सूत्रों की मानें तो कैबिनेट की मीटिंग में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकार क्षेत्र को लेकर नए कानून पर मुहर लग सकती है। केंद्र सरकार ने बीएसएफ का दायरा बॉर्डर से 50 किमी बढ़ा दिया। सीएम के पत्र के बावजूद केंद्र इस फैसले पर अडिग है। सरकार कोई नया कानून लाकर केंद्र के इस नोटिफिकेशन को रोक या रद्द कर सकती है।
दूसरा कृषि सुधार कानून हैं। इसको सिरे से रद्द करने के लिए राज्य अपना कानून ला सकता है। इसके अलावा राज्य अपना नया कानून ला सकती है। जिसमें 60 वर्ष से ऊपर के किसानों को पेंशन देने पर भी चर्चा की जा रही है। सीएम चन्नी ने इस बारे में संयुक्त किसान मोर्चा से भी राय मांगी है।
पंजाब में कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू की नाराजगी की बड़ी वजह बिजली मुद्दा भी है। सिद्धू ने गलत बिजली समझौते रद्द कर 3 से 5 रुपए यूनिट बिजली का वादा किया था। इसके बाद चन्नी सरकार ने गोइंदवाल साहिब स्थित GVK थर्मल प्लांट का पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) को टर्मिनेट करने का नोटिस दे दिया है। इससे पहले सरकार 2 किलोवाट तक का बकाया 1200 करोड़ बिजली बिल माफ कर चुकी है। शहरों में सीवरेज-पानी बिल के बकाया भी माफ कर दिए गए हैं। इस फैसले से कांग्रेस फिर सिद्धू को पंजाब में पार्टी के प्रचार में लगाएगी।