
आजकल उत्तराखंड में निरंतर कांग्रेस के नेता नाराज होकर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। भाजपा एक मजबूत रणनीति के तहत कांग्रेसी नेताओं को जो कांग्रेस हाईकमान से नाराज हैं उनको भाजपा ज्वाइन करा रही है। इसी सिलसिले में युवा कांग्रेस में भी भाजपा सेंध लगाने की तैयारी में है क्योंकि युवा कांग्रेस में निरंतर एक धड़ा कांग्रेस हाईकमान से मुख्य कांग्रेस की तरह युवा कांग्रेस में भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की मांग लंबे समय से कर रहा है।
जिससे की गढ़वाल कुमाऊँ और तराई का तालमेल बिठाया जा सके। परंतु इसके ठीक विपरीत निरंतर कांग्रेस हाईकमान इन बातों को दरकिनार कर रहा है। इसी कारण युवा कांग्रेस के नेता कांग्रेस से नाराज़ हैं और भाजपा हाईकमान के संपर्क में है। वह किसी भी समय भाजपा की सदस्य ले सकते हैं। जिससे कांग्रेस की 2022 की राह कठीन हो सकती है और कांग्रेसी नेताओं का कांग्रेस को छोड़कर जाना अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है।
युवा कांग्रेस का सबसे मुखर फंटल माना जाता है युवाओं अच्छी पेट मानी जाती है। युवाओं के मुद्दे पर हमेशा लामबंद रहते हैं।अगर चुनाव के समय में युवा नेता कांग्रेस छोड़ते हैं तो कांग्रेस को काफ़ी नुक़सान उठाना पड़ सकता है।