
बलूनी ने ‘प्रा’ शब्द पर रावत को लिया आड़े हाथों
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वहीं दूसरी ओर राजनीति में उथल-पुथल मचा हुई है। हरीश रावत लगातार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। ‘दलित सीएम’ वाले बयान पर प्रतिक्रियाओं का दौर अभी थमा नहीं कि एक और बयान के कारण भाजपा ने रावत को घेरने की पूरी कोशिश की। लेकिन इस बार रावत ने पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद अनिल बलूनी को मुंहतोड़ जवाब देने में कोई चूक भी नहीं की।
असल में मामला उस बयान का है, जिसमें हरीश रावत ने पाकिस्तान के साथ भारत के राजनीतिक संबंधों को लेकर दिए एक बयान में पाकिस्तानी सेना के जनरल को ‘प्रा’ यानी भाई कह दिया था। इस पर बीजेपी सांसद अनिल बलूनी ने रावत को घेरते हुए इसे शर्मनाक बताया था, लेकिन रावत ने उन्हें साफ कह दिया, ‘अपना लेक्चर अपने पास’ रखें।
दरअसल सोशल मीडिया पर एक बयान को लेकर जंग जैसी नौबत पेश आ गई। एक बयान में रावत ने कहा, ‘पीएम मोदी यदि नवाज़ शरीफ से गले मिले, उनके साथ बिरयानी खायी, तो यह देश का काम हुआ और धार्मिक तीर्थस्थल करतारपुर साहिब के रस्ते खोलने के लिए धन्यवाद देते हुए एक पंजाबी सीमा पार के पंजाबी प्रा से गले मिलता है तो उसमें देशद्रोह? यह कैसा डबल स्टैंडर्ड है?’ इस बयान में नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तानी सेना जनरल से गले मिलने का ज़िक्र था। लेकिन बलूनी ने ‘प्रा’ शब्द पर रावत को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘जिस पाकिस्तान और उसकी सेना के हाथ हमारे शहीदों के खून से रंगे हैं, रावत का उन्हें ‘भाई’ कहना शर्मनाक है।’
बलूनी ने कटाक्ष को खारिज करते हुए ट्विटर और फेसबुक पर रावत ने एक चिट्ठीनुमा बयान फिर पोस्ट किया, जिसमें बलूनी को साफ तौर पर नसीहत दी। उन्होंने अपने बयान पर पूरी सफाई देते हुए बलूनी के लिए लिखा, ‘बलूनी को मुझे नसीहत देने की ज़रूरत नहीं पड़नी चाहिए। मेरे परिवार, रिश्तेदारी-नातेदारी में कई लोग सिपाही से लेकर के ब्रिगेडियर तक सेना में विभिन्न पदों पर सेवा दे चुके हैं, शहीद हो चुके हैं. इसलिए बलूनी अपने लेक्चरों को सुरक्षित रखें।’