
उत्तराखंड में अगले साल यानि 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं. सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने इसके लिए अभी से तैयारी भी शुरू कर दी है। दोनों ही राज्यों में सत्तारूढ़ बीजेपी 2017 के चुनाव परिणाम दोहराने का दावा कर रही है। लेकिन चुनावी राह इतनी आसान नहीं होगी।
वहीं कांग्रेस विधायक राजकुमार की बीजेपी में घर वापसी और अन्य कई लोगो के पार्टी से टूटने की आशंका ने कांग्रेस के पसीने छूटा दिए हैं। जिसके चलते कांग्रेस हाईकमान ने तीनों वरिष्ठ नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को दिल्ली बुला लिया है।
दरअसल, पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार ने कांग्रेस का
दामन छोड़ बीजेपी का दामन एक बार फिर से थाम लिया। जिससे कांग्रेस आलाकमान सकते में आ गया। कांग्रेस आलाकमान की चिंता की वजह वह खबरे भी हैं जिनसे पता लग
रहा हैं कि बीजेपी 2022 के चुनाव में जिताऊ दिख रहे संभावित
दावेदारों को लेकर सेंधमारी की रणनीति बना चुकी है।
दरअसल बीजेपी ने पहले निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार को अपने पाले में लिया और फिर रविवार को कांग्रेस विधायक राजकुमार की घर वापसी मिशन 2022 में अपने इरादों को दर्शा दिया। जिससे बौखलाए कांग्रेस आलाकमान ने तीनों वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली तलब कर लिया।
हरीश रावत शाम साढ़े चार बजे की फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे,
जबकि प्रीतम और गोदियाल के दिल्ली पहुँचने की खबर है।
कहा जा रहा है कि तीनों नेताओं की प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव
के साथ बैठक और राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) वेणुगोपाल से भी
मीटिंग हो सकती है।
आखिर क्यों हरदा-प्रीतम-गोदियाल की तिकड़ी पार्टी विधायक
को रोक पाने में फेल साबित हो गई। इस पर आलाकमान जवाब
ले सकता हैं। साथ ही बिना टिकट बँटवारे की प्रक्रिया शुरू हुए
गणेश गोदियाल द्वारा 36-37 टिकट कंफर्म बताने के बयान पर
भी पार्टी जवाब मांग सकती है।