उत्तराखंडधर्म-संस्कृति

केदारनाथ धाम की चोटियों पर इस सीजन की पहली बर्फबारी

केदारनाथ धाम में धूप खिलने से मज़दूरों ने भी ली राहत की सांस

केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत हो रहा कार्य

रुद्रप्रयाग: एक ओर जहां उत्तराखंड में मौसम पल पल बदल रहा है तो वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में बर्फबारी शुरु हो गई है। केदारनाथ धाम की चोटियों पर इस सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है। बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम की चोटियां चांदी की तरह सफेद नज़र आ रही है। केदारनाथ धाम में अब धूप खिलने लग गई है, जिसके बाद मंदिर की भव्यवता भी अधिक बढ़ गई है। वहीं, केदारनाथ धाम में धूपखिलने से मजदूरों ने भी राहत की सांस ली है।

वहीं, मौसम खराब रहने से पुनर्निर्माण कार्यों में काफी दिक्कतें हो रही थीं लेकिन अब मौसम साफ होने से मजदूरों ने भी राहत की सांस ली है। बारिश में सिर्फ धाम में पत्थरों की कटिंग का कार्य चल रहा था लेकिन अब सभी कार्य शुरू हो गए हैं।

जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कार्य हो रहे हैं. इन कार्यों के पूरा होने के बाद यात्रा के समय देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि धाम में मौसम खराब होने से निर्माण कार्यों को करना मुश्किल हो जाता है, मगर मौसम साफ होने के बाद कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि धाम में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आधुनिक भवन बनाया जा रहा है, जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी।

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जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि उन्होंने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर कार्यदायी संस्थाओं को तय समय में कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। दो दिवसीय केदारनाथ भ्रमण के दौरान आदिगुरू शंकराचार्य समाधि स्थल के पुनर्निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मंदाकिनी नदी पर निर्माणाधीन पुल को अगले यात्रा सीजन तक तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

डीएम गोयल ने बताया कि पुनर्निर्माण के तहत दूसरे चरण में हो रहे भवन निर्माण, जिसमें कंट्रोल एंड कमांड सेंटर, अस्पताल भवन, पुलिस थाना और मंदाकिनी व सरस्वती नदी के संगम पर बन रहे घाट का निरीक्षण भी किया गया। डीएम के मुताबिक केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत दूसरे चरण के कार्यों को तय समय एक से दो वर्ष में पूरा किया जाएगा। साथ ही निर्माणाधीन आदिगुरू शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण इस वर्ष पूरा हो जाएगा। आगामी यात्रा में यह धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।

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