
देहरादून: जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे हरक सिंह रावत चर्चा में बने हुए हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले उत्तराखंड में घट रहे तमाम सियासी घटनाक्रम के बीच पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से भाजपा में आए बागियों के वापस जाने को लेकर चर्चा इन दिनों जोरों पर है। वहीं, इन चर्चाओं के बीच अचानक एंट्री मारने वाले विजय बहुगुणा कि बागियों से मुलाकात के बाद सीएम से हुई मुलाकात के कई मायने लगाए जा रहे हैं।
हालांकि बागी विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत से मिलने के बाद विजय बहुगुणा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की और सब कुछ सामान्य होने की बात कही। वहीं हरक सिंह रावत का आज नया बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। अब जाने की बात कहां से आ रही है, उन्हें नहीं पता। जाने की बात हो ही नहीं रही है, यह जानबूझकर के कहा जा रहा है। अगर हम यह कहें कि कोई जा नहीं रहा है तो इसका मतलब है कि कोई जा रहा था, लेकिन इस बात की कोई चर्चा ही नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि विजय बहुगुणा का बयान आया है कि उनके कुछ मुद्दे हैं, जिन पर नाराजगी है। इस पर हरक सिंह ने स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसी हमारी कोई बात नहीं हुई। हां मैंने बहुगुणा से इतना जरूर कहा कि पूरे साढे 4 साल में आप हमारे यहां चाय पीने नहीं आए। इसका इशारा आप समझ सकते हैं कि अभी आए हैं तो दाल में कुछ काला जरूर है।
हालांकि, हरक सिंह रावत ने आगे कहा कि पार्टी में सब कुछ सही चल रहा है और वह किसी भी तरह की बयानबाजी नहीं करेंगे और अब तक वह उनके पार्टी छोड़कर जाने का कोई इरादा नहीं है। बता दें कि उत्तराखंड बीजेपी संगठन में इन दिनों सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है।
दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि बुधवार को सीएम विजय बहुगुणा अचानक देहरादून पहुंचे, जिससे सियासी पारा चढ़ा हुआ है। बता दें कि 2016 कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं के सूत्रधार पूर्व सीएम विजय बहुगुणा हैं।
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