उत्तराखंड

हल्द्वानी : गुर्जर समाज द्वारा वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण का संदेश

वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण का संदेश। 

रिपोर्टर गौरव गुप्ता, हल्द्वानी।

हल्द्वानी सेला पर्व के तहत तराई केन्द्रीय वन प्रभाग डिवीजन की हल्द्वानी पीपल पड़ाव रेंज के अन्तर्गत भूड़ाखत्ता गुर्जर बस्ती में गुर्जर समाज एवं वन गुर्जर ट्राईबल युवा संगठन द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया।जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे नैनीताल विधिक प्राधिकरण के कानूनी सलाहकार अरुण कुमार सिंह ने लोगों सम्बोधित करते हुए कहा कि वृक्ष हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है और स्वच्छ पर्यावरण और पुथ्वी पर पर्यावरण संतुलन हेतु आवश्यक है। उन्होंने सभी से स्वैच्छिक रूप से वृक्षारोपण कर सेला पर्व को सफल बनाने का आह्वान किया और साथ ही जोर दिया की लगाने के साथ साथ उनकी रक्षा भी करनी होगी। वही कार्यक्रम का संचालन गुर्जर समाज के नेता अहमद इसाक ने किया।

बताते चले कि 20 जुलाई से 28 जुलाई तक चलने वाले सेला पर्व के तहत गुर्जर समाज एवं वन गुर्जर ट्राईबल युवा संगठन द्वारा जगह-जगह वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है जिसके तहत आज पीपल पड़ाव रेंज के अन्तर्गत भूड़ाखत्ता गुर्जर बस्ती में गुर्जर समाज एवं

गुर्जर ट्राईबल युवा संगठन द्वारा औषधि वृक्षों का वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया।आयोजित कार्यक्रम में गुर्जर समाज की संस्कृति और उनके द्वारा वन क्षेत्रों में किए जा रहे कार्य पर जोर दिया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे नैनीताल विधिक प्राधिकरण के कानूनी सलाहकार अरुण कुमार सिंह ने कहा कि गुर्जर समाज के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले और इनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाए इसको लेकर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रयास किया जाएगा।उन्होंने कहा कि विभिन्न आपदाओं को कम करने के लिए भी वृक्षारोपण जरूरी है। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की है।

इधर गुर्जर समाज के लोगों ने कहा कि सेला पर्व उनकी संस्कृति की पहचान है जिससे वह बर्षो से मनाते आ रहे हैं उन्होंने कहा कि सेला पर्व जुलाई में मनाया जाता है जिसमें वृहद पौधारोपण किया जाता है उन्होंने कहा कि आज के समय में अगर पर्यावरण को बचाना है तो वृक्षारोपण जरूरी है। उन्होंने कहा जहां एक और पेड़ पौधे हमें फल और छाया देते हैं वही पेड़ पौधों से हमें विभिन्न प्रकार की औषधीया मिलती है। चाहे कोई भी दवा हो, कहीं न कहीं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वनस्पतियों से जुड़ी हुई होती है। उन्होंने ने भी लोगों से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की है।

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