नगला की अस्मिता की जीत: संघर्ष और विश्वास का ऐतिहासिक संदेश”
भूमिहीन संगठन के सैकड़ों लोगों ने शुक्ला फॉर्म आवास पहुंचकर नगर पालिका परिषद नगला के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सचिन शुक्ला और पूर्व विधायक राजेश शुक्ला को ऐतिहासिक जीत की शुभकामनाएं दीं। यह जीत संघर्ष, विश्वास और नगला की अस्मिता को बचाने की जीत है।
भूमिहीन संगठन की अध्यक्ष वंदना कुशवाहा ने कहा कि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने नगला को उजड़ने से बचाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ी। कोरोना काल से लेकर अब तक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता हो या न्यायालय से लेकर शासन तक पैरवी—उन्होंने हर मोर्चे पर नगला की जनता के हक के लिए संघर्ष किया। नगला की जनता ने किसी के बहकावे में आए बिना भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सचिन शुक्ला को ऐतिहासिक जीत दिलाकर यह संदेश दिया कि वे विकास और संघर्ष की नीति पर अडिग हैं।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि “यह जीत केवल मेरी नहीं, यह हर उस नागरिक की जीत है, जिसने नगला की अस्मिता को बचाने के लिए संघर्ष किया। जनता का यह प्रेम हमें और अधिक मजबूती से उनके लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है।”
नवनिर्वाचित अध्यक्ष सचिन शुक्ला ने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “नगला की जनता ने जो विश्वास मुझ पर दिखाया है, मैं उसे कभी टूटने नहीं दूंगा। विकास और समस्याओं के समाधान के लिए मैं 24 घंटे तत्पर रहूंगा।” यह जनता के अटूट विश्वास और संघर्ष की विजयगाथा है। यह सिद्ध करता है कि जब जनता एकजुट होती है, तो वह अपने भविष्य की दिशा स्वयं तय करती है। नगला का यह आत्मविश्वास आने वाले वर्षों में और भी उज्जवल भविष्य की ओर संकेत कर रहा है।
इस दौरान भूमि संगठन के निर्मला देवी, किस्मती देवी, विमला देवी, सरस्वती, नंदलाल, राहुल किशोर, रामलाल यादव, हरिद्वारी, लालता प्रसाद, गुड्डी देवी, प्रियंका देवी, प्रमिला देवी, नूतन देवी, रामविलास पासवान, दुर्गेश, रामबाबू, दीपक, धर्मपाल, राजेंद्र प्रसाद समेत समस्त भूमिहीन संगठन के साथी उपस्थित थे।