
देहरादून: उत्तराखंड में पांचवी विधानसभा के पहले सत्र से जुड़े बड़े अपडेट्स के बीच सुर्खियां ये हैं कि अब तक नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा नहीं हो सकी है। साथ ही, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (Pushkar Singh Dhami) समेत उनकी कैबिनेट के मंत्रियों के विभागों को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है। बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) के बीच सहमति स्पष्ट तौर पर नहीं बन सकी है और अब सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ही इस पर फैसला करेंगी।
वहीं, विधानसभा में कक्ष अलॉट होने के बाद कुछ मिनिस्टरों ने अपने दफ्तरों में पूजा अर्चना भी करवाई। इसके बीच, विधानसभा के पहले सत्र के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई है। मंगलवार से प्रदेश की पांचवी विधानसभा का पहला सत्र देहरादून में शुरू होने जा रहा है। सत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं के लेकर पुलिस का कड़ा पहरा रहने वाला है। विधानसभा के चारों ओर धारा 144 लागू रहेगी, कई रूट भी डायवर्ट किए गए हैं।
सत्र के दौरान होने वाले धरना प्रदर्शन के लिहाज़ से पुलिस फोर्स की तैनाती रहेगी। सरकार की पहली विधानसभा सत्र के लिए करीब 500 पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही बड़े वाहनों पर भी दिन में प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, देहरादून एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए अलग से भी फोर्स रिज़र्व रखी गई है।
हालांकि अब तक नेता प्रतिपक्ष के नाम पर कुछ भी तय होने की पुष्टि उत्तराखंड कांग्रेस की तरफ से नहीं की गई है, लेकिन अटकलबाज़ी है कि एक बार फिर प्रीतम सिंह को ही यह भूमिका दी जा सकती है। हालांकि राजेंद्र भंडारी और हरीश धामी समेत कुछ नेताओं के नाम भी चर्चा में लगातार बने हुए हैं।
इसी तरह, मंत्रियों के विभागों को लेकर भाजपा की तरफ कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। इस धामी सरकार में मंत्री बनाए गए प्रेमचंद अग्रवाल को आबकारी विभाग मिलने के क़यास हैं। गणेश जोशी का पिछला सैनिक कल्याण मंत्रालय बरकरार रखा जा सकता है तो सतपाल महाराज के ज़िम्मे पर्यटन एक बार फिर आ सकता है। तमाम अटकलों के बीच आज मंगलवार को स्थितियां साफ हो सकती हैं।