
देहरादून : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने किसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर राज्यों को पत्र लिखा है। इस पत्र में राज्यों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कोविड प्रबंधन के लिए पर्याप्त स्टाफ, डॉक्टर, बुनियादी ढांचा, बिस्तरों की निगरानी आदि सुविधाओं के साथ जिला और उप जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं।
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जिला और उप-जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाने, कोरोना संक्रमितों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करने और बेड की बुकिंग के लिए कंट्रोल रूम्स के जरिए हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने राज्यों को सलाह दी है कि इन कंट्रोल रूम्स में डॉक्टरों, काउंसलर और वॉलंटियर्स की पूरी तैनाती हो।
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इसके अलावा एक हेल्पलाइन भी बनाई जाए, जहां लोग आसानी से संपर्क कर सकें और हमसंभव मदद दी जा सके। केंद्र सरकार ने सलाह दी है कि इन कंट्रोल रूम्स में कंप्यूटर होने चाहिए। यहां ब्रॉडबैंड सर्विस होनी चाहिए। कोरोना के मामलों के मुताबिक इन कंट्रोल रूम को हर वक्त सक्रिय रखा जाए। इससे लोगों को मदद दी जाए।
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केंद्र ने कहा कि कोरोना की जांच, एंबुलेंस की उपलब्धता का रियल टाइम डेटा इन कंट्रोल रूम्स में उपलब्ध होना चाहिए। लोगों को एंबुलेंस और अस्पताल की बुकिंग की पूरी प्रक्रिया समझाई जानी चाहिए। केंद्र ने कुल आठ बिंदुओं में राज्यों को बताया है कि कंट्रोल रूम्स में एंबुलेंस की सुविधा होनी चाहिए, जिससे लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
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इसके अलावा कंट्रोल रूम पूरे इलाके में खाली बेड के बारे में अपडेट रखे। कंट्रोल रूम्स उन कोरोना पीड़ितों के संपर्क में रहे, जो होम आइसोलेशन में हैं। कंट्रोल रूम के सदस्यों की ओर से इन लोगों को फोन करके हाल जाना जाएगा। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कोविड अनरूप व्यवहार अपनाने की अपील की है।
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उन्होंने गुरुवार को भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली में उन चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की, जो कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने यहां कहा कि हमारे कई चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मरीजों की सेवा करते हुए कोरोना वायरस से प्रभावित हुए हैं। मंडाविया ने कहा कि मैं उनके बेहतर स्वास्थ्य की की कामना करता हूं।
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उधर, एम्स के महानिदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना महामारी को लेकर कहा है कि उचित तरह से मास्क पहनना, हाथ धोते रहना, भीड़ से बचना और टीकाकरण बहुत जरूरी है। घबराएं नहीं, यह एक हल्की बीमारी है, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है।