मणिपुर पीड़िता की आपबीती! अब तक 4 गिरफ्तार..
Manipur victim's tragedy! 4 arrested so far..

Manipur Violence Victim : ‘Manipur victim’s tragedy! 4 arrested so far..
Manipur Violence Victim : मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बगैर कपड़ों के परेड कराए जाने और बर्बरता की शिकार हुईं महिलाओं में से एक पीड़िता जो आपबीती बयां की है. मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बगैर कपड़ों के परेड कराए जाने और बर्बरता की शिकार हुईं महिलाओं में से एक पीड़िता जो आपबीती बयां की है,उसे सुनकर किसी का भी कलेजा फट जाएगा.
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मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया. ये घटना 4 मई को घटित हुई थी. जिसका वीडियो बुधवार (19 जुलाई) को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बाद मणिपुर सरकार और पुलिस (Manipur Police) एक्शन में आई और घटना के मुख्य आरोपी समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया. इसी बीच इस घटना की पीड़िता ने आपबीती सुनाई.
मणिपुर घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी : किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्मसार करने वाली घटना है! इस घटना से पूरा देश की बेइज्जती हुई। 140 करोड़ का सिर शर्म से झुक गया देश के सभी सीएम को अपनी कानून व्यवस्था और दुरुस्त करने की आवश्यकता है। नारी के सम्मान के लिए मैं पूरे देश को भरोसा दिलाता हूं आरोपी पकड़े जाएंगे।
पीएम मोदी ने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले कहा कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है. इसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता. मेरा हृदय पीड़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है. ये घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं, और कौन-कौन हैं, वह अपनी जगह पर है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है. मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा.
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स्क्रॉल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पीड़िता ने बताया कि मेइती और कुकी समुदायों के बीच झड़प के एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले में उसके गांव बी फैनोम के पास बर्बरता की गई थी.
पीड़िता की आपबीती
पीड़ितों में से एक महिला ने गुरुवार (20 जुलाई) को द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें पुलिस ने भीड़ के हवाले कर दिया था. इस घटना में तीन महिलाओं पर क्रूरता की गई है. इनमें से एक महिला 20 साल की है, दूसरी 40 साल और तीसरी महिला 50 साल की है. महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस उस भीड़ के साथ थी जो हमारे गांव पर हमला कर रही थी. पुलिस ने हमें घर के पास से उठाया और गांव से थोड़ी दूर ले जाकर भीड़ के साथ सड़क पर छोड़ दिया. पुलिस ने उन्हें उन उपद्रवियों को सौंप दिया था.
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पीड़िता के मुताबिक, इसके बाद भीड़ ने महिलाओं पर हमला करना शुरू कर दिया और ‘हमारे कपड़े उतारने’ के लिए कहा. लगभग 40 वर्षीय पीड़िता ने बताया, ”जब हमने विरोध किया तो उन्होंने मुझसे कहा- अगर तुम अपने कपड़े नहीं उतारोगी तो हम तुम्हें मार डालेंगे.”
पीड़िता ने बताया कि उसने केवल खुद को बचाने की खातिर सारे कपड़े उतार दिए. इस दौरान पुरुषों से उसकी साथ मारपीट की. उसने बताया कि उसे नहीं पता था कि उसकी 21 वर्षीय पड़ोसी के साथ क्या हो रहा है क्योंकि वह कुछ दूरी पर थी. महिला ने आरोप लगाया कि उसके बाद उसे एक धान के खेत में घसीटकर ले जाया गया और पुरुषों की ओर से वहां लेटने के लिए कहा गया. उसने बताया, ”मैंने वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा. तीन लोगों ने मुझे घेर लिया… उनमें से एक ने दूसरे से कहा, ‘आओ रेप करते हैं’, लेकिन आखिर में उन्होंने ऐसा नहीं किया.” पीड़िता ने कहा, ”वे (पुरुष) रेप करने की हद तक नहीं गए लेकिन उन्होंने मेरी छाती पकड़ी.”
शिकायत में कहा गया कि कुछ अज्ञात बदमाश एके और इंसास राइफल जैसे हथियारों के साथ कांगपोकपी जिले के हमारे गांव में जबरन घुस गई थी और इसके बाद भीड़ ने घरों को जला दिया और तोड़फोड़ की. शिकायत के मुताबिक, घटना में गांव के पांच निवासी शामिल थे जो खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर भाग रहे थे. इन लोगों में दो पुरुष और तीन महिलाएं थीं. तीन लोग एक ही परिवार के थे.
पुलिस हिरासत से लोगों को छीन ले गई थी हिंसक भीड़
शिकायत में बताया गया कि जंगल के रास्ते में नोंगपोक सेकमाई पुलिस थाने की टीम ने उन्हें बचाया लेकिन but थाने से दो किलोमीटर दूर टूबू के पास हिंसक भीड़ ने उन्हें रास्ते में रोक दिया और पुलिस टीम की हिरासत से छीन लिया.
भीड़ ने पांच लोगों में शामिल 56 वर्षीय व्यक्ति की तुरंत हत्या कर दी. तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया और भीड़ के सामने उन्हें निर्वस्त्र कर दिया गया. 21 वर्षीय महिला के साथ दिनदहाड़े बेरहमी से गैंगरेप किया गया जबकि अन्य दो महिलाएं इलाके के कुछ परिचित लोगों की मदद से मौके से भागने में सफल रहीं.”
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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 4 मई की इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना का वीडियो बुधवार (19 जुलाई) को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें मणिपुर में पुरुषों के एक समूह की ओर से दो महिलाओं को निवस्त्र घुमाया जा रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद से देशभर सन्न है. लोगों में गुस्सा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे देश में गुस्सा फूट पड़ा. मणिपुर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पहले गुरुवार सुबह घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया. जिसकी पहचान हुइरेम हेरोदास मैतेई (32 वर्ष) के रूप में हुई. इसके बाद रात तक तीन और आरोपी गिरफ्तार किए गए. इस तरह मामले में अब तक कुल 4 चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है.