उत्तराखंड

बड़ी ख़बर: पानी के बिल पर महंगाई से जल संस्थान ने आम जनता को दिया झटका! पढ़ें पूरी खबर…

पानी के बिल पर महंगाई की मार से जल संस्थान ने आम जनता को दिया झटका! पढ़ें पूरी खबर…

ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून: उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पानी के बिलों में बढ़ोतरी कर दी गई है। पानी के बिलों पर महंगाई की मार पर गई है अब आम जनता को जल संस्थान ने पानी के बिलों में वृद्धि कर झटका दे दिया है। पानी की किल्लत से जूझ रहे शहरवासियों के लिए यह खबर भी अच्छी नहीं है।रिहायशी और कमर्शियल एरिया दोनों में पानी का बिल अब बढ़ गया है।

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दरअसल जल संस्थान ने पानी के बिलों का वितरण शुरू कर दिया है। बढ़ती महंगाई को देख एक और झटका लगा है। आपको बता दें कि उपभोक्ताओं के विरोध के बावजूद जल संस्थान ने 1 अप्रैल से बड़े पानी बिलों का वितरण शुरू कर दिया है।

दरअसल अप्रैल, मई, जून और जुलाई तक चार माह के बिल वृद्धि के साथ घरों में पहुंच रहे हैं। कोरोनाकाल में आम जनता राहत की उम्मीद कर रही थी, लेकिन पानी के बिलों से उन्हें महंगाई का झटका लगा। महंगाई के इस दौर में पानी की दरों में भी वृद्धि हो गई है। उत्तराखंड में जल संस्थान द्वारा पानी के घरेलू बिलों में नौ और कॉमर्शियल बिलों में करीब 11 फीसदी की वृद्धि हुई है। यानी आठ सौ से 1100 रुपये आने वाला बिल इस बार बदली हुई राशि के साथ मिलेगा।

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दरअसल एक अप्रैल से पानी के बिलों में सालाना वृद्धि होती है।जल संस्थान पित्थूवाला में करीब 35 हजार पेयजल उपभोक्ताओं को बिल बंट चुके हैं। मेहूंवाला क्लस्टर योजना के तहत जल संस्थान से अलग 15230 उपभोक्ताओं को जल निगम बढ़ी हुई राशि के बिल भेज रहा है।

सामाजिक कार्यकर्ता वीरू बिष्ट ने बताया कि, क्षेत्र में लोग बढ़ी हुई दरों का विरोध कर रहे हैं। जीएम जलसंस्थान प्रशासन नीलिमा गर्ग के अनुसार, जल संस्थान हाउस टैक्स की श्रेणी के आधार पर ही बिल भेजता है। हर साल दरें बढ़ने के बावजूद पानी का मूल्य फिर भी अधिक नहीं है। इसके बाद भी उपभोक्ताओं को राहत देना शासन स्तर का नीतिगत मसला है।

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वहीं जल संस्थान पित्थूवाला डिवीजन के ईई राजेंद्र पाल ने बताया कि उपभोक्ताओं ने बढ़ी राशि के बिल भेजने पर आपत्ति जताई है। हालांकि जल संस्थान के हर साल एक निश्चित अनुपात में राशि बढ़ाने का प्रस्ताव पहले से लागू है। इसलिए नए रेट के ही बिल इस बार भी भेजे गए हैं।

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