
(मौ उवैस) बिजनौर : बाइक्स ऑफ बिजनौर की मुहिम बिजनौर के युवा आईएएस व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शुरू की थी। दरअसल कोरोना काल मे लॉकडाउन में जो मज़दूर दूर दराज़ के थे वो वो साईकिल से अपने घर जा रहे थे, लेकिन बिजनौर आकर वो मज़दूर प्रशासन द्वारा रोक लिए गए थे और उन मज़दूरों को बस और ट्रेन द्वारा उनके गन्तव्य तक भेजा गया था। इस दौरान उन मज़दूरों की साइकिले बिजनौर में रह गई थी। बहुत समय बीतने के बाद भी कोई व्यक्ति अपनी साइकिल लेने नही आया तो वो सब साइकिले खराब होने लगी थी।
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विक्रमादित्य ने बताया कि जब वह एक दौरे पर एक पुलिस चौकी पर गए तो वहाँ उन्होंने साइकिलो को खराब होते देखा। तब विक्रमादित्य ने उन मज़दूरों से सम्पर्क साधा और अपनी साइकिल या तो ले जाए या 600 रुपए प्रति साईकिल हमसे ले ले । तब कुछ अपनी साईकिल ले गए और कुछ ने पैसे ले लिए।
तब एक युवा सोच युवा आईएएस ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विक्रमादित्य सिंह मलिक ने उन साइकिलों को इस्तेमाल में लाने की तरकीब निकाली।
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विक्रमादित्य सिंह ने उन खराब हो रही साइकिलों को मरम्मत कराकर और पेंट कराकर उन साइकिलों को चलाने लायक बनाया और उन सब साइकिल को जनता को समर्पित कर दिया। सभी साइकिल के लिए बिजनौर मे 10 स्टैंड बनवाए गए और वहां एक स्टैंड पर 10 साईकिल इस तरह लगभग 100 साइकिलों को स्टैंड पर खड़ा किया गया। अब बिजनौर में यदि कोई व्यक्ति साइकिल से शहर में घूमने या अपने काम से जाना चाहता है तो वह बाइक्स ऑफ बिजनौर की मदद से कर सकता है।
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अब दिन भर बहुत से लोग बाइक्स ऑफ बिजनौर की मदद से अपने काम निपटाते है । ये एक बहुत अच्छी पहल थी। जब इसकी खबर देश के सड़क परिवहन व राज्यमार्ग केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लगी तो उन्होंने भी विक्रमादित्य के इस कार्य की बहुत सराहना की थी। उन्होंने इस सम्बंध में एक ट्वीट भी किया था। यदि किसी को साईकिल की ज़रूरत हैं तो वह निशुल्क साईकिल लेकर जा सकता है। बस उसको अपना आधार कार्ड और मोबाइल नम्बर उस स्टैंड पर देना होगा।
विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि ये बाइक्स ऑफ बिजनौर सुविधा के साथ साथ फिटनेस का भी एक ज़रिया है। जब उनसे पूछा गया कि बाइक्स ऑफ बिजनौर को बहुत लोग इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि अच्छा लगा सुनकर की हमारी मुहीम रंग ला रही है। लोग कम किराए में शहर में अपना काम फिटनेस के साथ निपटा सकते है साइकिल चलाए फिट रहे।
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विक्रमादित्य ने जो बिल्कुल एक नई मुहीम शुरू की है वो सच में काबिले तारीफ है। यही होती है युवा सोच की उस काम को देखकर केंद्रीय मंत्री और बड़े बड़े नेता भी विक्रमादित्य की तारीफ करे और जो उसको इस्तेमाल करे वो आपको दुआए दे रहे।