
लालकुआं से मुकेश कुमार की रिपोर्ट : लालकुआ भाजपा नेताओं की आपसी खींचातानी काग्रेंस को दिला सकती है विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत” मौके की तलाश में काग्रेंस।
लालकुआ मालिकाना हक पर चल रही भाजपा नेताओं में खींचातानी क्षेत्र में बना राजनीतिक अखाड़ा “माला पहनने के चक्कर में संगठन के अनुशासन को भूलें” कई नेता सूबे की धामी सरकार कि उपलब्धियां गिनाने कि बजाय कर रहे हैं अपना गुणगान।
लालकुआ मलिकाना हक दिलाने का 2017 में क्षेत्रीय विधायक ने किया था वादा” विधायक के साडे चार साल के कार्यकाल के बाद मिली लालकुआ के 10 लोगों को मालिकाना हक कि सौगात” आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय विधायक और भाजपा के लिए चुनावी उपलब्धि।
लालकुआ मालिकाना हक पर काग्रेंस भी है हमलावर” पूर्व कैबिनेट मंत्री बोले 2016 में लाये थे शासनादेश”जिसपर भाजपा की लगी मोहर”काग्रेंस का दावा हमारे रास्ते चली भाजपा” 2000 के सर्किल रेट पूर्व कि तत्कालीन काग्रेंस सरकार ने किये थे तय।
आगमी 2022 में भाजपा कैसे करेगी चुनावी नैया पार” एक अनार सौ बीमार जैसी है भाजपा दावेदारों कि हालत” विधानसभा में है भाजपा दावेदारों कि है लंबी कतार”क्षेत्रीय विधायक कि होगी अग्नि परीक्षा”
भाजपा नेताओं कि वर्तमान में चल रही आपसी खींचातानी आगे विपक्षी दलों के लिए साबित होगी फयदेमंद”भाजपा का हर दावेदार मान रहा है अपने को अगला विधायक”कोई नही है किसी से कम” जमीनी स्तर पर देखा जाए तो भाजपा को रहा है नुकसान”
लालकुआ क्षेत्रीय भाजपा विधायक ने कि थी 2017 में भारी मतों से जीत दर्ज” साड़े चार साल के कार्यकाल में नही है कोई भी आरोप “स्चच्छ छवि और ईमानदारी के किया जनता के बीच काम'” वर्तमान में टिकट कि रेस में सबसे आगे” संगठन और संघ में अच्छी पकड़।