पंतनगर विश्वविद्यालय में बीटेक छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा – ‘मां-पिताजी मुझे माफ करना

रिपोर्ट गौरव गुप्ता।
पंतनगर। पंतनगर विश्वविद्यालय से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र ने शुक्रवार को अपने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में सनसनी फैल गई, वहीं मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मूलरूप से किच्छा के दरऊ निवासी 19 वर्षीय नीरज पुत्र छोटे लाल, पंत विवि में बीटेक इलेक्ट्रिकल प्रथम वर्ष का छात्र था। वह विपिन सिंह रावत छात्रावास के कमरा नंबर 75 में रह रहा था। बताया जा रहा है कि नीरज की अंग्रेजी कमजोर थी और इसी कारण पढ़ाई को लेकर वह तनावग्रस्त रहता था। इस बात को लेकर वह कई बार अपने स्वजनों से चिंता व्यक्त कर चुका था, हालांकि परिजन उसे लगातार समझाते रहे।
शुक्रवार सुबह नीरज क्लास में नहीं गया। दोपहर करीब एक बजे जब उसके रूम पार्टनर लौटे और कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। वार्डन को सूचना देने के बाद दरवाजे का कांच तोड़कर झांका गया तो नीरज फंदे से लटका मिला। यह दृश्य देख वहां मौजूद छात्रों और वार्डन के होश उड़ गए।
सूचना पर सुरक्षा अधिकारी और पंतनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत ने बताया कि मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने लिखा है– “मां-पिताजी मुझे माफ करना, मैं जा रहा हूं…”। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।