अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम से बिन्दुखत्ता में स्वीकृत मिनी स्टेडियम के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस निकालेगी पदयात्रा, रहेगें कई बड़े नेता
अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम से बिन्दुखत्ता में स्वीकृत मिनी स्टेडियम के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस निकालेगी पदयात्रा, रहेगें कई बड़े नेता।
रिपोर्टर गौरव गुप्ता। लालकुआँ
लालकुआँ बिन्दुखत्ता ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम से बिन्दुखत्ता में स्वीकृत मिनी स्टेडियम के निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस आगमी 16 दिसबंर से 18 दिसम्बर तक तीन दिवसीय विशाल “जन जागरण”पदयात्रा निकालेगी जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित कई बड़े नेता शामिल होगें। पदयात्रा का शुभारंभ बिन्दुखत्ता के इन्द्रनगर प्रथम से किया जाएगा।
यहाँ पदयात्रा लगभग 30 किलोमीटर तक चलेगी जोकि सम्पूर्ण विधानसभा में घूमेगी। वही यात्रा का समापन 18 दिसम्बर को किया जाएगा इसे पूर्व तहसील परिसर के समीप एक विशाल जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा। जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदय तथा सूबे के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
यहाँ आयोजित कार्यक्रम को लेकर आज एक बैठक लालकुआँ नगर पंचायत के पूर्व चैयरमेन रामबाबू मिश्रा के कार्यालय पर की गई। जिसमें पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जानकारी देते हुए कहा कि अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम से बिंदुखत्ता में स्वीकृत मिनी स्टेडियम के निर्माण की मांग को लेकर काग्रेंस लालकुआँ विधानसभा में लगभग 30 किलोमीटर तक “जन जागरण” पदयात्रा निकालेगी। यहाँ पदयात्रा सम्पूर्ण विधानसभा क्षेत्र से निकलेगी। जिसका समापन 18 दिसम्बर को किया जाएगा।
इस मौके काग्रेंस कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती काग्रेंस सरकार द्वारा 25 एकड़ कालोनी के पास पांच हेक्टेयर भूमि में बिंदुखत्ता निवासी अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम से मिनी स्टेडियम बनाने के लिए 10 लाख रुपये स्वीकृत किए थे।
लेकिन सात वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मौजूदा भाजपा सरकार द्वारा स्टेडियम का कार्य शुरू करने की दिशा में कोई भी पहल नहीं की है। जो कि शहीदों के अपमान ही नहीं भाजपा सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर कर रही है। उन्होंने कहा कि लालकुआँ मालिकाना हक का मामला हो या फिर लालकुआँ बाईपास का मामला,यहां फिर बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव तथा कई ऐसे मामले है जो आज भी ठंडे बस्ते में पड़े हुए लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नही दे रही है। उन्होंने केन्द्र व प्रदेश सरकार पर जनहित की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया है।