जान की आफत बन गया गड्ढा, जिम्मेदार मौन
जान की आफत बन गया गड्ढा, जिम्मेदार मौन
रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
मोटाहल्दू। उत्तराखंड राज्य बनकर 24 साल का हो गया है लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है, राज्य की सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारी तब जागते हैं जब कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती है, सरकार के गड्ढा मुक्त सड़क अभियान को पलीता लगा रहे हैं जिम्मेदार
विभागीय अधिकारी संबंधित लोगो की अनदेखी के चलते मोटाहल्दू से गन्ना सेंटर रामपुर रोड को जाने वाले बायपास मार्ग की हालत खस्ता हो गई है, जो की सुबह से शाम तक बड़े हादसों का सबक बन रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं है।
विदित हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग 87/109 से रामपुर रोड को लिंक करने वाले मार्ग में प्राचीन शिव मंदिर मोटाहल्दू के सामने विगत 6 माह से एक गड्ढा पड़ा हुआ है जो कि अब विकराल रूप ले चुका है जिसमें प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक दो पहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं, इसके साथ ही यह गड्ढा भयानक हो चुका है जो कि बड़े हादसे को दावत देने के लिए इंतजार में बैठा हुआ है लेकिन विभागीय अधिकारी सुबह से शाम तक इस रास्ते से जाते हैं परन्तु उन्हें यह गड्ढा नहीं दिख रहा है। लगता है ये जिम्मेदार लोग किसी बडी दुर्घटना के इंतजार में है, आसपास के दुकानदारों व स्थानीय लोगो के लिए सुबह से शाम तक जान की आफत बना यह गड्ढा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिससे आसपास के लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ रोष व्याप्त में है।
स्थानीय निवासी विक्की पाठक का कहना है कि इस सड़क से प्रतिदिन प्रशासनिक अधिकारियों का आना जाना रहता है लेकिन सब आंखें मुंदें बैठे हैं और मौन है, सुबह से शाम तक सड़क के किनारे खड़ा होना जिंदगी से जंग जीतने के बराबर हो रहा है, इस गड्ढे में प्रतिदिन लोग घायल हो रहे हैं अब अधिकारियों के नींद तभी खुलेगी जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा, जिम्मेदार लोगों को विगत दिनों अल्मोड़ा में हुए बस हादसे से सबक लेना चाहिए।