रिपोर्ट भगवान सिंह : 14 अक्टूबर से जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों के साथ चल रही मुठभेड़ के दौरान भारत के दो लाल शनिवार 16 अक्टूबर को शहीद हो गए. सूबेदार अजय सिंह व नायक हरेंद्र सिंह सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. शहीद होने की जानकारी मिलते ही दोनों शहीदों के घर में मातम पसर गया है.
पौड़ी जिले के तहसील लैंसडाउन के अंतर्गत पीपल सारी गांव के नायक हरेंद्र सिंह के घर में शहीद होने की खबर सुनते ही मातम का माहौल बना हुआ है. शहीद नायक हरेंद्र सिंह रावत अपने पीछे 11 साल की बेटी 7 साल का बेटा व पत्नी को छोड़ गए हैं. नायक हरेंद्र सिंह रावत के पिताजी भी फौज से रिटायर है लेकिन बेटे की शहादत की खबर सुनते ही उनका मन भी बैठ गया है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है. सैनिक मंत्री गणेश जोशी ने दोनों जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमें जवानों की शहादत पर गर्व है. और कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा उनके परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी उत्तराखंड सरकार द्वारा दी जाएगी.