
देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश से बड़ी ख़बर सामने आ रही है जहां एक बार फिर आयुर्वेद चिकित्सकों ने डीएसीपी की मांग की है।राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उत्तराखंड की प्रान्तीय एवं जिला कार्यकारिणी की रविवार को द्रोण होटल में बैठक आयोजित की गई।
इस दौरान आयोजित बैठक में डीएसीपी लागू करवाने की मांग को लेकर ठोस रणनीति बनाई गई। बैठक में डीएसीपी और निदेशक नियमावली सहित अन्य प्रमुख मांगों पर चर्चा की गई। बैठक में संघ के पदाधिकारियों ने सरकार से डीएसीपी लागू करवाने के लिए एकजुट होने पर जोर दिया।
बैठक में निदेशक आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाऐं, उत्तराखंड डॉ. एमपी. सिंह, संयुक्त निदेशक डॉ. जंगपांगी, डॉ. आरपी सिंह, डॉ. डीडी बधानी(सहा. औषधि नियंत्रक), डॉ.रमेश नौटियाल, संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ० डीसी पसबोला, डॉ. सुशील चैकियाल, डॉ. मीरा रावत, डॉ. अजय चमोला, डॉ. वंदना डंगवाल, डॉ. गजेन्द्र बसेरा, डॉ. दीपांकर बिष्ट, डॉ. राजेन्द्र तोमर, डॉ. शैलेष जोशी, डॉ. हरिद्वार शुक्ला, डॉ. आलोक शुक्ला, डॉ. दिनेश जोशी, डॉ. एच एस धामी, डॉ. राकेश खाती, डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. अजय तिवारी, डॉ. दुष्यन्त पाल, डॉ. जितेंद्र पपनोई, डॉ. विकास दुबे, डॉ. राकेश सेमवाल, डॉ. मनमोहन राणा, डॉ. बिरेंद्र चंद, डॉ. गुरूदयाल नेगी, डॉ. टीएस रावत, डॉ. मो. नावेद आजम, डॉ. अवनीश उपाध्याय, डॉ. प्रदीप मेहरा, डॉ. गिरेन्द्र चौहान, डॉ. विजय सक्सेना आदि उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. के. एस. नपलच्याल और संचालन प्रांतीय महासचिव डॉ. हरदेव रावत ने किया।