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580 सालों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण आज! थोड़ी देर बाद शुरू होगा

19 नवंबर दिन शुक्रवार को लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण है. ये साल का अंतिम और सबसे लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण है. ये चंद्र ग्रहण दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा और सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी, जोकि पिछले 500 सालों में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण होगा.

आज दुनिया में आंशिक चंद्रग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। यह साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण होगा। माना जा रहा है यह 580 साल बाद सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह 11 बजकर 32 मिनट से शुरू हो जाएगा जो शाम के 5 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा।

नासा ने भी ट्वीट कर लोगों को आज के चंद्र ग्रहण को देखने के लिए आमंत्रित किया है. साथ ही बताया है कि दुनिया के किन हिस्सों में आज का चंद्र ग्रहण दिखाई देगा.

भारत में चंद्र ग्रहण को चंद्रमा पर राहु-केतु के हमले के रूप में देखा जाता रहा है. लेकिन दुनिया भर में चंद्र ग्रहण की वैज्ञानिक व्याख्या मालूम नहीं थी तो लोगों ने उसके लिए अलग अलग मिथक गढ़े. कई देशों में इसे अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है. इन्का साम्राज्य में लोगों का मानना था कि ग्रहण के  दौरान जैगुआर चांद पर हमला करके उसे खाने की कोशिश करता है. इन्का इस डर से भाले बनाते थे और इस जानवर को भगाने के लिए शोर मचाते थे.

मेसोपोटामिया सभ्यता में लोग ब्लड मून को राजा पर ब्रह्मांड के हमले के प्रतीक के रूप में देखते थे. इस दौरान किसी और को राजा की जगह पर बिठा दिया जाता था और राजा एक आम नागरिक बन जाता था.

टोगो और बेनिन के बातामालिबा लोगों का मानना था कि चंद्र ग्रहण का वक्त सूर्य और चंद्रमा के संघर्ष का समय होता है और इंसानों को अपने मतभेद सुलझाकर दोनों को सुलह कराने की प्रेरणा देनी चाहिए. ऐसी ही अमेरिका में एक और मिथक है कि चंद्रमा बीमार है और इंसानों को उसके ठीक होने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए.

आज कार्तिक पूर्णिमा के पर्व के साथ साल का आखिरी चंद्रग्रहण भी लग रहा है। शास्त्रों में चंद्रग्रहण का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में ग्रहण के समय को अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि ग्रहण काल के समय किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। भारत में यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा जबकि बाकी दुनिया में एक आंशिक चंद्रग्रहण होगा। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह करीब 11 बजकर 34 मिनट से आरंभ हो जाएगा।

भारत में यह उप छाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा और इससे संबंधित कोई भी धर्म शास्त्रीय मान्यताएं लागू नहीं होंगी, लेकिन ज्योतिष के अनुसार जब ग्रहण से चंद्रमा प्रभावित होगा, तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर होगा. इसलिए जातकों को राशिनुसार ध्यान देने की सलाह दी गई है. ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय ने बताया किस राशि पर चंद्र ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा और उन्हें किन कार्यों से बचना है…

राशियां और उन पर प्रभाव (Chandra Grahan effect on zodiac signs)

1. मेष (Aries): धन की हानि से बचना होगा. 15 दिन तक ग्रहण का असर अधिक रहता है, इसलिए इस अवधि में ध्यान देने की जरूरत है.

2. वृषभ (Taurus): रिश्तों के मामले में परिवार में समस्या हो सकती हैं. इस दौरान सर्जरी की नौबत आ सकती है, इसलिए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. 

3. मिथुन (Gemini): आपको मान सम्मान और पद की हानि हो  सकती है. कारोबार में बड़ा नुकसान हो सकता है. 15 दिनों तक किसी प्रकार की लापरवाही से बचना होगा.

4. कर्क (Cancer): चंद्र ग्रहण के परिणाम शुभ हैं. आपका कोई बड़ा रुका हुआ काम बनेगा. कर्ज, करियर से संबंधित समस्याएं हल होंगी.

5. सिंह (Leo): ग्रहण की वजह से आपके विरोधी और शत्रु परास्त होंगे. धन और संपत्ति के मामलों में लाभ के संकेत हैं.  यानि ये ग्रहण आपके लिए शुभ रहेगा.

6. कन्या (Virgo):  यात्रा का योग बन रहा है. ग्रहण की वजह से यात्राओं में असुविधा हो सकती है, इसलिए अगले 15 दिनों तक यात्राओं में सावधानी बरतें. स्वास्थ्य में कोई समस्या होती है, तो उसे टालना नहीं है.

7. तुला (Libra): स्वास्थ्य की समस्या से बचना है, बेवजह की दुर्घटनाएं हो सकती हैं. लिखापढ़ी में किसी प्रकार की लापरवाही न करें.

8. वृश्चिक (Scorpio): पारिवारिक जीवन में समस्या आ सकती हैं. आंखों की समस्या आ सकती है. धन संपत्ति में नुकसान न हो, इसका ध्यान रखें. कहीं निवेश करते समय ध्यान रखें.

9. धनु (Sagittarius): ग्रहण की वजह से लाभ होता दिख रहा. करियर में सफलता मिल सकती है. शत्रु और विरोधी परास्त होंगे.

10. मकर (Capricorn): आपको आंख और पेट की समस्या को लेकर ध्यान रखना होगा. आकस्मिक खर्च बढ़ सकता है.  

11. कुंभ (Aquarius): स्वास्थ्य की समस्याएं हो सकती हैं. अगले 15 दिन तक ध्यान रखना होगा. स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं.

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