कांग्रेस नेता हेमवती नन्दन दुर्गापाल ने जीएसटी उत्सव को लेकर उठाए सवाल

कांग्रेस नेता हेमवती नन्दन दुर्गापाल ने जीएसटी उत्सव को लेकर उठाए सवाल, बोले,दवाई से लेकर गंगाजल तक पर जीएसटी लगाने वाली भाजपा सरकार अब दरें कम कर जनता को कर रही है गुमराह।
रिपोर्टर गौरव गुप्ता। लालकुआं
लालकुआं केंद्र मोदी सरकार द्वारा हाल ही में जीएसटी 2.0 की दरों में की गई कटौती को लेकर जहां भाजपा और मोदी सरकार इसका प्रचार-प्रसार कर रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे जनता के हित में बताने के प्रयास का विरोध किया है।कांग्रेस का आरोप है कि यह बेरोजगारी, पेपर लीक और वोट चोरी जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
यहाँ हल्दूचौड स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में युवा काग्रेंस नेता हेमवती नन्दन दुर्गापाल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने देश के ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए जीएसटी दरों में कटौती की है उन्होंने कहा कि अभी यह भी साफ नहीं है कि दरों में कमी का लाभ आम जनता तक पहुंचेगा या नहीं, जिससे नागरिकों में संशय और असमंजस की स्थिति है। उन्होंने कहा कि यह कटौती बेरोजगारी, पेपर लीक और वोट चोरी जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि दूध, दही, पनीर, दवाइयों और यहां तक कि गंगाजल तक पर जीएसटी लगाने वाली भाजपा सरकार अब थोड़ी राहत देकर जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों से जनता से वसूला गया टैक्स कहां गया। करोड़ों-करोड़ रुपये जो जनता की जेब से निकाले गए, उसका हिसाब कौन देगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जनता के साथ छलावा किया है।जरूरत की चीजों पर टैक्स वसूलकर जनता की कमाई पर डाका डाला गया और अब उन्हीं पैसों से आंकड़े सजाकर विकास का झूठा ढोल पीटा जा रहा है।
भाजपा नेताओं द्वारा आज जीएसटी सुधारों को आर्थिक मजबूती का आधार बताना केवल जनता को बहकाने का प्रयास है. दरअसल, जीएसटी लागू होते ही व्यापारी वर्ग, छोटे व्यवसायी और आम उपभोक्ता सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. भाजपा सरकार को आठ साल बाद यह समझ में आया कि इस नीति ने जनता को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने इसे चुनावी जुमला बताया है।