पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने की माल्यार्पण और श्रद्धांजलि
Former MLA Rajesh Shukla laid wreath and paid tribute on the birth anniversary of Pandit Deendayal Upadhyay.
रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
किच्छा: पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर आज किच्छा के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कार्यकर्ताओं के साथ उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में भी उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए दीप प्रज्वलित किया। इस मौके पर कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और विचारधारा पर प्रकाश डाला गया।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजेश शुक्ला ने कहा, “पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में हुआ था। वे केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी विचारक और समाजसेवी भी थे, जिन्होंने अपने जीवन को समाज के निचले तबके के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। उनके द्वारा प्रतिपादित ‘अंत्योदय’ का सिद्धांत यह दर्शाता है कि जब तक समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान नहीं होता, तब तक समाज का संपूर्ण विकास संभव नहीं है।”
राजेश शुक्ला ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “1960 और 1970 के दशक में पंडित जी ने अपनी विचारधारा के माध्यम से आर्थिक सुधार और गरीबों के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया। उनकी इस विचारधारा का मुख्य उद्देश्य था कि समाज के अंतिम व्यक्ति को भी विकास की मुख्यधारा में शामिल किया जाए। यही कारण है कि उनके जन्मदिन को ‘अंत्योदय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।”
शुक्ला ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों और सिद्धांतों को आज भी समाज के लिए प्रासंगिक बताया और कहा कि हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर समाज की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। कार्यक्रम में मौजूद सभी कार्यकर्ताओं ने एकमत होकर उनके सिद्धांतों पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुँचाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता धर्मराज जायसवाल, मंडल महामंत्री मुकेश कोली, मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा आरती दुबे, अनुसूचित मोर्चा राजेश कोली, अल्पसंख्यक मोर्चा हारून मलिक, जिला महामंत्री अनुसूचित मोर्चा नितिन वाल्मीकि, सभासद राजकुमार कोली, देवेंद्र शर्मा, चंदन जायसवाल, मलकीत सिंह, हीरा सरकार, अमरनाथ कश्यप, मोहनलाल नेता, सुजात यार खान, श्याम सुंदर बिष्ट, धनीराम, मधु गुप्ता, दया डसीला, कविता मान, संगीता शर्मा, सुनीता गंगवार, सचिन वाल्मीकि, अमरीक सिंह मंड समेत समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे!