उत्तराखंड मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी से भारी बारिश का 3 दिन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड मौसम विभाग ने 27 ,28 और 29 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 28 जून के लिए उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग चमोली बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
CM बोले! मैं खुद को 10वीं-12वीं के स्टूडेंट की तरह समझता हूं
वही 29 जून को उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग चमोली बागेश्वर पिथौरागढ़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश ऑरेंज अलर्ट जारी किया 28 जून और 29 जून को देहरादून नैनीताल चंपावत पौड़ी जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस विभाग में ट्रांसफ़र को लेकर तनातनी! तो अब CM धामी करेंगें फैसला
भारत मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड राज्य में बड़ी चेतावनी जारी करते हुए अगले तीन दिन यानी 28 जून से 30 जून तक इन जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है तथा अलर्ट रहने की सलाह दी है।
उत्तराखंड: राशन कार्ड धारक कृपया ध्यान दें! होने वाला है ये बड़ा फ़ायदा
भारत मौसम विज्ञान ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि उत्तराखंड राज्य में 28 जून को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है जिसको देखते हुए उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर ,और पिथौरागढ़ डिस्ट्रिक्ट को सबसे अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है वही देहरादून,नैनीताल, चंपावत और पौड़ी गढ़वाल डिस्ट्रिक्ट में भी भारी बारिश से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ विक्रम सिंह के अनुसार 29 जून को भी भारी से बहुत भारी बरसात होने की संभावना जताई गई है जिसके चलते उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ डिस्टिक पर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है जबकि भारी बारिश के लिए देहरादून, नैनीताल,चंपावत तथा पौड़ी गढ़वाल को अलर्ट किया गया है।
इसके अलावा 30 जून को भारी बारिश का अनुमान उत्तराखंड के नैनीताल , बागेश्वर तथा पिथौरागढ़ जनपदों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार भारी से बहुत भारी बरसात को देखते हुए विशेष एतिहात बरतने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने भारी से बहुत भारी बारिश को देखते हुए उत्तराखंड आने वाले यात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि मौसम की अनुकूलता को देख करके यात्रा करें तथा स्थानीय लोग नदी नालों से दूर रहें। पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले भूस्खलन की संभावनाओं पर भी नजर डालें तथा उसके बाद यात्रा करें।