उत्तराखंड

हल्दूचौड क्षेत्र में हाथियों ने फिर मचाया तांडव”घर की दीवार तोड़कर फसलों को रौंदा

हल्दूचौड क्षेत्र में हाथियों ने फिर मचाया तांडव”घर की दीवार तोड़कर फसलों को रौदा” ग्रामीणों ने की सरकार और वन विभाग से हाथियों से निजात दिलाने की मांग।

रिपोर्टर गौरव गुप्ता

लालकुआँ

लालकुआँ कोतवाली के हल्दूचौड़ क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक अब काबू से बाहर हो चुका है‌ पेशकार पुर, बच्चीधर्मा, गोपीपुरम सहित कई गांवों में रात का सन्नाटा अब दहशत में बदल चुका है। ग्रामीण हर रात इस डर में सोते हैं कि अगला निशाना उनका घर होगा या खेत।शनिवार रात्रि लगभग 4 बजे पेशकार पुर में हाथियों के झुंड ने ऐसी तबाही मचाई कि किसानों की महीनों की मेहनत पलभर में मिट्टी में मिल गई। हाथियों ने एनडी शर्मा की फसलों को चपट कर डाला इतना ही नहीं हाथियों उनके घर की दीवार को भी तोड़ डाला। जिसे लोगों में दहशत बनी हुई है।लोगों ने वन विभाग से हाथियों से निजात दिलाने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर हाथियों से जल्द निजात नहीं मिली तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

बताते चले कि तराई के जंगलों में इन दिनों हाथियों का आतंक है हाथी जंगलों से निकलकर आबादी वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं इसी क्रम में गौला रेंज अंतर्गत हाथियों के झुंड ने हल्दूचौड़ क्षेत्र के पेशकार पुर इलाके में जमकर तांडव मचाया।हाथियों ने फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ एनडी शर्मा की घर दीवार को तोड़ दिया है। हाथी इतने उग्र थे कि लोगों के ऊपर हमलावर हो रहे थे लोगों को देखते ही दौड़ जा रहे थे। सुबह होने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग ने ग्रामीणों को उचित मुआवजा देने की बात की है।

इधर पीड़ित किसान का कहना है कि हाथी कई दिनों से लगातार क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने बताया कि आएदिन हाथियों के गांव में घुसने से लोग दहशत में हैं। उन्होंने कहा कि हाथी कोरिडोर बाधित होने से हाथी गाँव ओर आ रहें और लोगों की फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।उन्होंने कहा कि इसी तरह रहा तो कोई बड़ी जनहानि हो सकती है। उन्होंने वन विभाग और सरकार से क्षेत्र में गस्त बढ़ाने तथा नुसकान का मुआवजा देने की भी मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर हाथियों से जल्द निजात नहीं मिली तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

बाइट, पीड़ित किसान।

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