चरक जयन्ती के अवसर पर डॉ० डी० सी० पसबोला को मिला “चिकित्सा शिरोमणि पुरस्कार – 2025”

चरक जयन्ती के अवसर पर डॉ० डी० सी० पसबोला को मिला “चिकित्सा शिरोमणि पुरस्कार – 2025”
अखिल भारतीय प्रतिभा सम्मान – 2025 के अन्तर्गत चिकित्सा क्षेत्र में मिला सम्मान।
देहरादून: 29-06-2025, मंगलवार।
डॉ० डी० सी० पसबोला को चरक जयन्ती के अवसर पर चिकित्सा शिरोमणि पुरस्कार – 2025 प्रदान किया गया है।
डॉ० पसबोला को यह सम्मान अखिल भारतीय प्रतिभा सम्मान – 2025 के अन्तर्गत चिकित्सा क्षेत्र में ज्ञान उदय फाउंडेशन, कोटा, राजस्थान द्वारा रेडियेन्ट टेलेन्ट बुक ऑफ रिकार्ड के सहयोग से संस्था के संस्थापक एवं प्रधान सम्पादक क्रान्ति महाजन एवं संस्था के निदेशक एवं राष्ट्रीय परीक्षक गुरुतेज सिंह बरार द्वारा प्रदान किया गया है।
जिसमें यह अंकित किया गया है कि डॉ० दिनेश चन्द्र पसबोला , देहरादून, उत्तराखंड को बीएएमएस, योग विज्ञान में डिप्लोमा, ध्यान में प्रमाणपत्र, पीजीडीएचएचएम, पीजीडीएमएलएस, नाड़ी, हस्त मुद्रा और मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ, पीएचडी (एच.सी.), प्रोफेसरशिप (एच.सी.), 10 से अधिक विश्व रिकॉर्ड धारक एवं आयुर्वेद, योग एवं ध्यान चिकित्सा के क्षेत्र में तथा समृद्ध भारत के अग्रीय कला एवं संस्कृति का अभ्युदय दर्शन करने की दिव्य पहल में चिकित्सा शिरोमणि पुरस्कार – 2025 इस अभिलेखानुसार राष्ट्रीय अलंकरण से सम्मानित किया जाता है। आपको यह सम्मान प्रदान करते हुए हमारी प्रतिभा – प्रेरणा परम्परा स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है। अपने सत्यनिष्ठा, कर्तव्य परायणता, दृढ़ संकल्प, समर्पण आदि गुणों को जीवन का अंग बनाकर राष्ट्र की प्रगति एवं समाज निर्माण के कर्णधार के रूप में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रस्तुत माध्यम से आपके राष्ट्र गौरव व्यक्तित्व का महिमामंडन करते हुए हम आपके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना करते हैं।
डॉ० पसबोला द्वारा चरक एवं चरक जयंती पर जानकारी देते हुए बताया कि चरक जयंती आचार्य चरक की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह श्रावण मास की शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाई जाती है। चरक जयंती 2025 की तिथि 29 जुलाई है। आचार्य चरक आयुर्वेद, जो भारत की एक शक्तिशाली चिकित्सा पद्धति और जीवनशैली है, के प्रमुख योगदानकर्ताओं में से एक थे। उन्हें चरक संहिता नामक चिकित्सा ग्रंथ के संपादक के रूप में जाना जाता है, जो शास्त्रीय भारतीय चिकित्सा और आयुर्वेद के आधारभूत ग्रंथों में से एक है।
चरक जयंती पूरे भारत में आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के चिकित्सकों द्वारा विशेष रूप से मनाई जाती है। इस दिन व्याख्यान और निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर डॉ० पसबोला द्वारा चरक शपथ ली गयी।
डॉ० पसबोला की इस उपलब्धि पर सभी शुभचिंतकों द्वारा शुभकामनाएं प्रदान की जा रही हैं।