सनातन धर्म की रक्षा के लिए देवभूमि उत्तराखंड का एक ऐसा मंदिर जहां प्रतिदिन हो रहा है मां बगलामुखी महायज्ञ -यति रामस्वरुपानंद गिरी शिष्य महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द गिरी

रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
3 मई 2025
दहिया की शिव मंदिर मंडावली हरिद्वार
सनातन धर्म की रक्षा के लिए देवभूमि उत्तराखंड का एक ऐसा मंदिर जहां प्रतिदिन हो रहा है मां बगलामुखी महायज्ञ -यति रामस्वरुपानंद गिरी शिष्य महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द गिरी
दहिया की शिव मंदिर मंडावली में 5 मई 2025 को मां बगलामुखी प्राकट्योत्सव पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा -यति रामस्वरुपानंद गिरी
मां बगलामुखी प्राकट्योत्सव पर्व पर दुर-दुर से अनेकों साधु,संत,संन्यासी और हमारे शिष्य पधार रहे हैं-यति रामस्वरुपानंद गिरी
रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
यति रामस्वरुपानन्द गिरी नें बताया कि मां बगलामुखी माता 10 महाविद्याओं में आठवीं स्थान की देवी है और जब सतयुग में सृष्टि का प्रलय होंने जा रहा था तब सभी देवी देवता अनेकों प्रयत्न करने पर जब हार चुके तो भगवान विष्णु के पास जाकर सभी देवी देवताओं ने प्रार्थना किया और भगवान विष्णु जी ने तप कर मां बगलामुखी माता को प्रकट किया मां बगलामुखी माता बैसाख माह की शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि को प्रकट हुई। मां बगलामुखी प्राकट्योत्सव पर्व 5 मई 2025 को प्रातः महायज्ञ के बाद भंडारे का आयोजन होगा। मां बगलामुखी माता शत्रुओं को विनाश करने वाली सद्बुद्धि देने वाली मुकदमे में जीत दिलाने वाली सभी प्रकार के समस्याओं का समाधान करने वाली मां है। जो भी व्यक्ति मां बगलामुखी महायज्ञ में आहुती देकर मां से प्रार्थना करता है निश्चित ही उसकी मनोकामना को मां पुर्ण करती हैं मां बगलामुखी महायज्ञ कल्पवृक्ष के समान है। इसमें कोई संदेह नहीं है।
संपूर्ण उत्तराखंड में दहिया की शिव मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां मां बगलामुखी महायज्ञ को प्रतिदिन चलते हुए आज 67 दिन हो जाएंगे यह महायज्ञ निरंतर चलने वाला है महायज्ञ महाशिवरात्रि के पावन पर्व 26 फरवरी 2025 को प्रारंभ हुआ।
संपूर्ण देवभूमि उत्तराखंड के देवी देवताओं के जागृत हेतु दहिया की शिव मंदिर एक ऐसा अनूठा मिसाल बनेगा जहां मां बगलामुखी मां के महायज्ञ होने से देवभूमि उत्तराखंड ही नहीं संपूर्ण पृथ्वी को मां बचा लेंगी सनातन धर्म की रक्षा होगी और रामराज्य स्थापित होगा और हमारा भारत देश हिंदू राष्ट्र बनकर ही रहेगा।