मसूरी: MDDA मसूरी में युद्ध स्थर पर पनप रहे भृष्टाचार की कहानी! कब जागेंगे वी,सी ,साहब नींद से
लोग टूट जातें हैं, एक घर बनाने में! तुम तरस नहीं खाते बस्तियां उजाड़ने में

Mussoorie: The story of corruption flourishing on the battlefield in MDDA Mussoorie! When will V, C, Sahab wake up from sleep?
रिपोर्टर,,,,सतीश कुमार मसूरी : लोग टूट जातें हैं, एक घर बनाने में! तुम तरस नहीं खाते बस्तियां उजाड़ने में,,
आज यदि हम उपरोक्त पंक्तियों की बात करें तो यह पूर्ण रूप से एम, डी, डी, ए, यानी कि मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण मसूरी में युद्व स्थर पर पनप रहे भृष्टाचार की कहानी को बयां करतीं हैं.
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जी हां मसूरी में कुछ इसी तरहं चल रहा है जहाँ पहाड़ो की रानी मसूरी में एक गरीब आदमी अपना मकान नहीं बना पा रहा है और यदि बनाने की सोचता भी है तो उसे नक्शा पास करवाना पड़ेगा प्राधिकरण से जो आम गरीब की पहुँच के परे है और यदि वो चोरी चुपके किसी तरहं बना भी लेता है तो एम, डी, डी, ए, उसे तुरंत धुवस्थ कर देगा ।
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हाँ इसी तरहं यदि कोई रसूख वाला बना दे तो उसके आगे एम, डी, डी, ए, पोंगा नज़र आता है खैर अब शुरू मरतें है एम,डी, डी, ए, मसूरी में युद्व स्थर पर पनप रहे भृष्टाचार की अमर कहानी 1995 जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने मसूरी के पर्यावरण को बचाने के परपज से निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी तब से लेकर अभी तक कि कहानी पर हम कुछ सवाल खड़े करतें है।
आपको बता दें कि जब मसूरी में निर्माण कार्यों चाहे वे आवासीय भवन हों या व्यवसाई सब पर रोक लग गई थी जिसके चलते आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन ऊँचे रसूक दारों के कार्य होते रहे प्राधिकरण के लोगों ने खूब चाँदी काटी ।फिर लोगों की परेशानी व व्यवसाई लोगों को फायदा पहुचाने के मकसद से एक संस्था ने पहल की ओर संस्था के प्रयास से आवासीय मानचित्र पास होने लगे अब व्यवसाईयों की तो चाँदी हो गई।
साथ ही मसूरी प्राधिकरण के जेई ,,एई ,,,की चूंकि मानचित्र की पूरी प्रक्रिया इन दोनों के हाथों में है ये मौका मुआयना करेंगे ऒर जिसने इनकी सेवा भाव कर दी तो उनके आवासीय नकक़्शे पास हो जातें हैं बाद में आवासीय मानचित्र जो पास होतें है उन्हें होटल के अनुसार बना दिया जाता है यहाँ यह कहना ठीक होगा कि विभाग से सांठगांठ कर नकक़्शे में फेर बदल की जाती है।
6 कमरों को 12 कैसे बनाना है यह कार्य होता है विभाग के अधिकारियों से मिल कर फिर वहाँ आलीशान होटल खड़ा हो जाता है पहाड़ो की रानी मसूरी में एम, डी, डी, ए, का यह गोरखधंधा जोरों पर है सवाल तो यह उठता है कि अभी सीजन के दिनों में एम, डी, डी, ए, के वी,सी,साहब मसूरी का निरीक्षण करने आये थे तब उनसे यह बात रख्खी थी।
उनका कहना था कि किसी को छोड़ा नही जायेगा तो जनाब वी,सी,साहब कब जागेंगे इसका जनता इंतजार कर रही है अभी वर्तमान में जो जेई,,,, एई ,,,मसूरी में तैनात हैं उनकी कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहें हैं आलम यह है कि मसूरी के झड़ी पानी,बर्लोगंज ,मेरिवेल स्टेट, आरके वर्मा रोड, पुराना टिहरी बस ,स्टेण्ड,से लेकर हाथी पाँव तक मसूरी में अवैध निर्माणों की बाढ़ आई हुई है विभागीय अधिकारियों के कानों पर जूं तक नही रेंग रही है ।
अधिकांश आवासीय भवनों का मानचित्र पास करवाकर धड़ल्ले से होटल चल रहें है जिससे विभाग की तो थूह थूह हो ही रही है वहीं माननीय न्यायालय के आदेशों की भी धज्जियां उड़ रहीं है ।एम,डी, डी, ए, तो जनाब युद्ध स्थर पर भृष्टाचार की भेंट चढ़ गया है । (गतांक से आगे शेष है )