खनन महकमे के अधिकारी आए हरकत में, कार्रवाई करते हुए स्टोन क्रेशर के ई रवश्ना पोर्टल को अग्रिम आदेश तक किया निलंबित
खनन महकमे के अधिकारी आए हरकत में, कार्रवाई करते हुए स्टोन क्रेशर के ई रवश्ना पोर्टल को अग्रिम आदेश तक किया निलंबित
रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
हल्दूचौड़ प्रशासन और खनन विभाग की लापरवाही के कारण स्टोन क्रेशर द्वारा बिना राॅयल्टी के उप खनिज बेचने का मामला प्रकाश में आया है इसकी शिकायत खनन निदेशक राज्यपाल लेखा तक पहुंची तो खनन महकमे के अधिकारी हरकत में आ गये उन्होंने कार्रवाई करते हुए स्टोन क्रेशर के ई रवश्ना पोर्टल को अग्रीम आदेश तक निलंबित कर दिया है।कल दोपहर बाद खनन निदेशक राजपाल लेखा के निर्देशन पर जिला खान अधिकारी ताजभर नेगी के नेतृत्व में टीम कृष्णा स्टोन क्रेशर में पहुँची जहां खान महकमे की टीम को स्टोन क्रेशर में काफी अनियमिताएं मिली वही निरीक्षण के दौरान स्टोन क्रेशर के सीसीटीवी कैमरे बंद पाए गए। इस पर अधिकारी ने स्टोन क्रेशर के ई रवश्ना पोर्टल को अग्रीम आदेश तक निलंबित कर दिया। कार्रवाई के दौरान माइनिंग सेक्टर के अनिल मुयाल,फील्ड परिचर महेन्द्र प्रताप, आदि मौजूद रहे।
बताते चले कि स्थानीय प्रशासन और खनन विभाग की लापरवाही के परिणाम स्वरूप यहां स्तिथ स्टोन क्रेशरों द्वारा बिना राॅयल्टी के उप खनिज बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है हालाकि प्रदेश सरकार द्वारा खनन संपदा के अवैध दोहन पर अंकुश लगाए जाने को लेकर सरकारी तंत्र से लेकर निजी एजेंसियों तक को अवैध खनन रोकने में लगाया है किंतु प्रदेश में अवैध खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं सूत्रों की मानें तो अवैध खनन के इस खेल में क्रशर संचालकों और उक्त कार्य में लगी सरकारी मशीनरी की सांठगांठ के चलते दिखावे की कार्यवाही कर अधिकांश मामलों को रफदफा किए जाने की चर्चाएं हैं।
ऐसा ही एक वाक्या शनिवार दोपहर का है जहां दुमकाबंगर उमापति गांव में देखने को मिला।यहां अपने निर्माणाधीन भवन की छत के लिए एक किसान स्थानीय क्रशर में उपखनिज क्रय करने गया तो क्रशर संचालक द्वारा उसे निर्धारित दर में छूट देते हुए बिना रॉयल्टी के उपखनिज दे दिया किंतु जैसे ही उक्त किसान अपनी टैक्टर ट्राली लेकर क्रशर से बाहर निकला तो दुमकाबंगर गांव में अवैध खनन पर अंकुश लगाने को गठित निजी एजेंसी की टास्कफोर्स ने टैक्टर ट्राली को रोक लिया जिस पर ग्रामीणों की उक्त टीम के साथ काफी बहसबाजी हो गई।
किसानों का कहना था कि वह जुर्म भरने को तैयार हैं किंतु जिस क्रशर द्वारा उन्हें यह उपखनिज बेचा गया उस पर भी कार्यवाही की जाए किंतु क्रशर पर कार्यवाही की बात पर निजी एजेंसी के कर्मी बगलें झांकने लग गए और अपने से ऊंचे ओहदे पर बैठे संबंधित एजेंसी के अधिकारियों अथवा खान विभाग के अधिकारियों से बात करने का मशवरा देने लगे काफी हो हुज्जत के बाद आखिरकार निजी एजेंसी कर्मी उक्त टैक्टर ट्राली को अपनी राजमार्ग स्थित चैक पर ले आए और चालानी कार्यवाही की बात करने लगे इधर अहम सवाल यह है कि टैक्टर स्वामी द्वारा अवैध उप खनिज बिक्री कर रहे क्रशर का नाम उजागर किए जाने के बावजूद क्रशर पर क्यों कार्यवाही से बच रहा है खनन महकमा।
इधर इस मामले में जिला खान अधिकारी तेजभर नेगी का पक्ष लेना चाहा गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया जिसके बाद उक्त मामले में खनन निदेशक राजपाल लेघा से बात की तो उन्होंने क्रशर पर कार्यवाही करने की बात करते हुए अधिनस्थों को तत्काल संबंधित क्रशर में छापामारी कर कार्यवाही करने को निर्देशित करने की बात कही। मामला मीडिया में प्रकाशित होते ही खनन विभाग हरकत में आया।
इधर दोपहर बाद खनन निदेशक राजपाल लेघा के निर्देशों के अनुपालन में जिला खान अधिकारी ताजबर नेगी के नेतृत्व में यहां स्तिथ कृष्णा स्टोन क्रशर में पहुंची खान महकमे की टीम को भारी अनियमितताएं देखने को मिली निरीक्षण के दौरान स्टोन क्रेशर के सीसीटीवी बंद तक पाए गए जिस पर खान अधिकारी द्वारा स्टोन क्रेशर के ई रवन्ना पोर्टल को अग्रिम आदेशों तक निलंबित किया गया है। उक्त कार्रवाई में माइनिंग सेक्टर अनिल मुयाल फील्ड परिचर महेन्द्र प्रताप आदि भी मौजूद रहे।