गंगारामपुर के ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बनी सालों से बंद जमरानी नहर
गंगारामपुर के ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बनी सालों से बंद जमरानी नहर।
रिपोर्टर गौरव गुप्ता, हल्दूचौड़।
मानसून की शुरुआती बारिश में ही केनाल विभाग और जलसंस्थान की हीलाहवाली यहां गंगारामपुर गांव के ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गई है। शनिवार दोपहर विभागीय लापरवाही के चलते हल्द्वानी के नालों से निकले पानी का निकास जमरानी विभाग की चोक नहर में किए जाने के चलते गंगारामपुर गांव के तमाम घर जलमग्न हो गए। बरसात से पूर्व सरकार के तमाम निर्देशों के बावजूद केनाल विभाग द्वारा बरती गई लापरवाही यहां के निवासियों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। नहरों में पड़ा गंदगी का अंबार नहर के ओवरफ्लो होने के चलते सड़क और घरों में घुसने लगा है। जिससे ग्रामीणों परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों ने जलभराव की जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारियों को देने के साथ ही स्थानीय विधायक डा मोहन सिंह बिष्ट और जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला को दी है। केनाल के अधिकारियों ने नाले की जल्द ही सफाई कराने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने बताया कि यदि केनाल विभाग समय पर उक्त नहर की सफाई कर देता तो उन्हें इस मुसीबत से नहीं जूझना पड़ता।
सफाई नहीं होने के कारण हल्द्वानी के नालों के पानी की निकासी उक्त बंद नहर में कर दिए जाने के चलते पानी नहर से ओवरफ्लो होकर ग्रामीणों के घरों में घुस गया। पीड़ित ग्रामीण उमेश सुयाल ने बताया कि गंगारामपुर चौराहे पर नहर के ऊपर लोक निर्माण विभाग की सड़क पर पुलिया के नीचे जल संस्थान द्वारा डाले गए पाइप पर नहर में बहकर आया कूड़ा एकत्र हो जाने के चलते नहर चोक हो गई है उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र नहर की सफाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
इधर ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय विधायक डा मोहन सिंह बिष्ट और जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला ने भी ग्रामीणों को समस्या के समाधान का भरोसा दिलाते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल नहर की सफाई कराते हुए जल निकास के उचित प्रबंध किए जाने के निर्देश दिए हैं।