उत्तराखंड

ब्रेकिंग : खनन माफिया द्वारा ग्रामीणों को मिलने वाले हक हकूक पर डाला जा रहा डांका

लालकुआं से संवाददाता गौरव गुप्ता। खनन माफिया द्वारा ग्रामीणों को मिलने वाले हक हकूक पर डांका डाला जा रहा है। शिकायत मिलने पर वन विभाग के सुरक्षा दल ने ग्रामीणों को मिलने वाले उपखनिज के परमिट पर भंडारण स्थलों में उपखनिज आपूर्ती कर रहे दो वाहनों को पकड़ने में सफलता हांसिल की है।

वन विभाग हर वर्ष गौला नदी के आस पास के क्षेत्रों के ग्रामीणों को घर बनाने व अन्य निजी कार्य के लिए नदी से उपखनिज निकासी के लिए हक हकूक के परमिट जारी किए जाते है। जिससे ग्रामीणों को उपखनिज निकासी में रायल्टी के पैसे नही देने पड़ते है। और ग्रामीणों को भी उपखनिज सस्ता मिल जाता है। लेकिन खनन माफिया ने ग्रामीणों के हक हकूक के इन परमिटों से अवैध रूप से व्यवसायिक प्रयोग किया जा रहा है। शनिवार को प्रभारी, वन सुरक्षा दल, तराई पूर्वी वन प्रभाग के नेतृत्व में वन अपराध नियंत्रण हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत वन सुरक्षा दल द्वारा मुखबिर खास द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर हल्द्वानी बायपास मार्ग पर गौजाजाली के पास 2ट्रक 6 टायरा (डम्पर)को वन सुरक्षा दल की टीम द्वारा समय लगभग 2.32 p mबजे पर मैसर्स नईम ट्रेडर्स गौजाजाली के कांटे के पास वाहन सं UP78 T/8690ट्रक जिसका गौला रजिस्ट्रेशन नंबर एच ए 1345 है एवं HR38D/6185 जिसका गौला रजिस्ट्रेशन नंबर एच ए 2168 है ‌‌(6टायरा डंपर) मैसर्स नईम ट्रेडर्स गौजा जाली के स्टॉक के अंदर जांच हेतु रोकनें का इशारा किया गया टीम को देखकर वाहन चालक वाहनों को खड़ा करके भाग गये। वाहनों की खाना तलाशी लेने पर वाहनों में अवैध rbm लदा पाया वाहनों की खाना तलाशी में वाहन संख्या UP78T/8690 के डैस बोर्ड से rbm से सम्बन्धित प्रपत्र में आंवला चौकी निकासी गेट से जारी धौलाखेड़ा निवासी ग्रामीण के नाम जारी अभिवहन पास में 120.80 कुंतल आर.बी.एम. अंकित पाया गया। दूसरे वाहन संख्या HR 38 D/ 6185 में लदे आर.बी.एम से संबंधित कोई वैध प्रपत्र नहीं पाए गए वाहन उक्त के चालकों व स्वामीयों द्वारा भारतीय वन अधिनियम 1927

उत्तरांचल संशोधन 2001की धारा41,42केअतर्गत दंडनीय अपराध किया गया है।

उक्त दोनों वाहनों को टीम द्वारा अपनी अभिरक्षा में लेकर विभागीय संसाधनों की सहायता से चिड़ियाघर वन परिसर बागजाला की सुपुर्दगी में अग्रिम विधिक कार्यवाही हेतु सुरक्षित खड़ा कर दिया गया है। टीम में श्री भूपाल सिंह जीना वन दरोगा, श्री निर्मल रावत वन दरोग़ा, श्री ललित सिंह बिष्ट वन आरक्षी , श्याम सिंह राणा वाहन चालक एवं श्री सोनू कुमार वन आरक्षी मौजूद थे।

हरकत में आया वन सुरक्षा दल

वन विभाग के तराई पूर्वी वन प्रभाग का वन सुरक्षा दल काफी समय भंग चल रही थी। अवैध खनन की लगातार आ रही शिकायत को देखते हुए गत माह वन विभाग द्वारा फिर से वन सुरक्षा दल एसओजी का गठन किया गया। लेकिन काफी समय से निष्क्रीय वन सुरक्षा दल के हरकत में आने के बाद खनन माफिया में हडकंप मचा है।

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