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उत्तराखंड : डंक मारने लगा डेंगू का मच्छर! चार और में पुष्टि

प्रदेश में अब तक डेंगू के 17 मामले आ चुके हैं। इनमें सर्वाधिक मामले देहरादून जिले में आए हैं।

Uttarakhand: Dengue mosquito started stinging! confirmed in four more..

देहरादून: Dengue: मानसून के शुरुआती दिनों में कभी धूप और कभी वर्षा की स्थिति स्वास्थ्य के लिहाज से कई प्रकार की चुनौतियां लाती है। वातावरण में आर्द्रता के चलते कई प्रकार के रोग पनपने शुरू हो जाते हैं। बरसात का मौसम शुरू होते ही डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर की सक्रियता भी तेजी से बढऩे लगी है।

देहरादून जिले में इसका ज्यादा असर दिख रहा है। यह मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए भी अनुकूल माना जाता है। इस कारण बरसात शुरू होते ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। प्रदेश में भी मच्छर ने सिस्टम को चुनौती देना शुरू कर दिया है और डेंगू का डंक गहराने लगा है।

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स्वास्थ्य विभाग और संबंधित विभाग की टीम मोर्चे पर डटी हैं। दावा किया जा रहा है कि डेंगू से निपटने की पूरी तैयारी है। गुरुवार को भी दून में चार और लोग को डेंगू का डंक लगा है, जिसके बाद यहां पर डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।

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देहराखास, नारायण विहार, जीएमएस रोड मधु विहार व गोविंदगढ़ में एक-एक व्यक्ति में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से एक मरीज कैलाश अस्पताल में भर्ती है। जबकि तीन घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। वहीं डेंगू की जांच के लिए आज अलग-अलग स्थानों से 51 लोग के सैंपल लिए गए। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में डेंगू का कहर और बढ़ सकता है।

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हालांकि स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि डेंगू की रोकथाम के लिए नियमित रूप से क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिन स्थानों पर डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, वहां पर सघन फागिंग की जा रही है और लोग को जागरूक किया जा रहा है।

शहरवासियों को बताया जा रहा है कि वह अपने घर व आसपास खाली बर्तनों में पानी जमा न होनें दे और साफ-सफाई रखें। क्योंकि डेंगू का मच्छर रुके हुए पानी में ही पनपता है। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीमें भी गठित की गई हैं। जो अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वे कर लोग को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक करेंगी। जिस स्थानों पर मच्छर का लार्वा मिल रहा है उसे मौके पर ही नष्ट किया जा रहा है।

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विभागीय अधिकारियों का कहना है कि डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को निर्देशित किया गया है। मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। अब तक जिन लोग में डेंगू की पुष्टि हुई है उनमें से आठ मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए हैं, जबकि तीन घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पांच मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं।

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