देहरादून में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के द्वारा देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु एक कैंप का आयोजन

देहरादून में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के द्वारा देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु एक कैंप का आयोजन
देहरादून। आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली द्वारा पूरे देश में संचालित देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य की नोडल एजेंसी भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों बैठकों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसके साथ ही साथ भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा राज्य के विभिन्न सरकारी तथा निजी कार्यालयों में प्रकृति परीक्षण से संबंधित कैंप का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें सभी अधिकारियों, कार्मिकों तथा आगंतुकों का प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज 16 दिसंबर 2024 को सूचना एवं लोक संपर्क निदेशालय रिंग रोड देहरादून में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के द्वारा देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान के अंतर्गत प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु एक कैंप का आयोजन किया गया जिसमें सूचना निदेशालय के अधिकारियों तथा कार्मिकों के साथ-साथ आम जनमानस का भी प्रकृति परीक्षण किया गया।
सूचना निदेशालय के अधिकारियों तथा कार्मिकों द्वारा भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा किए जा रहे प्रकृति परीक्षण कार्यक्रम की सराहना की गई तथा इसे सभी के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी बताया गया। इस अवसर पर सूचना निदेशालय के उपनिदेशक मनोज कुमार श्रीवास्तव तथा भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ जे एन नौटियाल, डॉ उपकार कुकरेती डा रश्मि रावत ,डा अवंतिका भट ,डॉ रुचि शिक्षा आदि उपस्थित रहे।
भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉक्टर के न नौटियाल द्वारा बताया गया कि 17 दिसंबर 2024 को राज्य कर भवन, निकट 6 नंबर पुलिया रिंग रोड में प्रकृति परीक्षण किए जाने हेतु भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड द्वारा कैंप का आयोजन किया जाएगा जिसमें कार्यालय के अधिकारी, कार्मिकों के साथ-साथ आसपास के कार्यालयों चुनाव आयोग ,किसान भवन के कर्मचारियों क्वाथ ही आम ही आम आम नागरिकों का भी प्रकृति परीक्षण किया जाएगा। डा नौटियाल ने सभी से देश के प्रकृति परीक्षण अभियान से जुड़ते हुए अपना प्रकृति परीक्षण कराए जाने की अपील की गई।