उत्तराखंड

आजादी की लड़ाई एवं तराई को बसाने में पंडित राम सुमेर शुक्ल का योगदान नहीं भुलाया जा सकता

संवाददाता मुकेश कुमार : आजादी की लड़ाई एवं तराई को बसाने में पंडित राम सुमेर शुक्ल का योगदान नहीं बुलाया जा सकता।उक्त वक्तव्य आज तराई के संस्थापक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल जी की पुण्यतिथि के अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि देते हुए जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा।

नहीं दे पायंगे इस Question का Answer! पढ़िए फिर..

तराई के संस्थापक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल जी की 40वी पुण्यतिथि के अवसर पर जिलाधिकारी उदय राज सिंह, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, उपजिलाधिकारी किच्छा कौस्तुभ मिश्रा, नगर आयुक्त नरेश दुरगापाल ने सैकड़ो लोगों के साथ आज उनकी प्रतिमा स्थल निकट बस स्टैंड पर उनकी पंडित रामसुमेर शुक्ल की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

ब्रेकिंग : धामी कैबिनेट की बैठक आज! ये हो सकते हैं फैसले

जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा कि देश की आजादी के संग्राम में प्रखर सेनानी पं राम सुमेर शुक्ल ने आजादी के बाद तराई को बसाने का महान कार्य किया। लाहौर अधिवेशन में जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद का खुले मंच से विरोध कर छात्रों के अंदर राष्ट्रवाद का अलख जगाने का कार्य किया। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि तराई के संस्थापक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे एवं 1944 से 46 में अखिल भारतीय छात्र संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अंग्रेजों के विरुद्ध छात्र क्रांति का नेतृत्व किया।

उच्च अधिकारियों के आदेश मानने को तैयार नहीं धामी सरकार के अधिकारी

1949 में तत्कालीन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आह्वान पर नैनीताल के तराई में भारत-पाकिस्तान के विभाजन से आए हिंदू, सिख परिवारों एवं उत्तर प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को बसाने का कार्य किया तथा सन 1978 में उनकी मृत्यु के पश्चात पंडित राम सुमेर शुक्ल की राष्ट्र भक्ति एवं देशप्रेम के कारण स्वतंत्रता सेनानीयो की मांग पर तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायन दत्त तिवारी ने रुद्रपुर में उनके आदमकद प्रतिमा स्थपित की जिसका अनावरण तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी ने किया। उनकी स्मृति मे मार्ग का नाम, राजकीय इंटर कॉलेज का नाम तथा राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर का नाम तत्कालीन प्रदेश सरकार ने रखा।

राम सुमेर शुक्ला स्मृति राजकीय मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य डॉक्टर केदार सिंह शाही, प्रदेश मंत्री भाजपा विकास शर्मा, प्रदेश सहसंयोजक भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ भारत भूषण चुघ, पंडित राम सुमेर शुक्ल स्मृति न्यास के अध्यक्ष दिनेश शुक्ला, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, भाजपा जिला संयोजक आईटी प्रकोष्ठ मोहन तिवारी ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ के साथ पंडित राम सुमेर शुक्ला की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

पंडित राम सुमेर शुक्ला राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्व0 पंडित राम सुमेर शुक्ल की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका शुभारंभ पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विद्यालय की प्रधानाचार्य महिमा जोशी के साथ किया। कार्यक्रम में उपस्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल जी के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में इस अनिल चौहान, धर्मराज जायसवाल, बलजीत गाबा, राम प्रकाश गुप्ता, अजीत पाठक, अनुज पाठक, कृष्णा कान्हा तिवारी, ग्राम प्रधान दीपक मिश्रा, अजय साहनी, वीरेंद्र यादव, धीरज सिंह, संजय ठुकराल, इफ्तार मियां, गोल्डी गोरिया, संदीप अरोड़ा, दीपक मिश्रा, सुनील शुक्ला, शेर सिंह, महेंद्र पाल, चंद्रसेन कोली, संगीता शुक्ला, शशि शुक्ला, फरजाना बेगम, सुरेंद्र चौधरी, अरुण दीक्षित, पिंकी डिमरी, दीपा राय, आरती दुबे, लता सिंह, हीरा सरकार, मुकेश कोहली, राजेश कुमार कोहली, आशीष शुक्ला, मनीष शुक्ला, सचिन शुक्ला, राजेश तिवारी,अखिलेश यादव, रविकांत वर्मा, घनश्याम पांडे, राम कुमार पांडे, चंदन जायसवाल, दिनेश शर्मा, नीरज खुग्गर, रामू चतुर्वेदी, कविता मान, सुनीता गंगवाल, मधु गुप्ता, करुणा तिवारी, छात्र संघ अध्यक्ष कमलचंद जोशी, पूर्व सचिव रोहित भट्ट, चंदन भट्ट, रामकुमार पांडे, सुरेश पांडे, सुरेश पांडे, शिवम ओझा, मंडल अध्यक्ष अनिल यादव, सोशल मीडिया प्रभारी पवन दुबे, भारत मिश्रा, नरेंद्र ठकराल, राज गगनेजा, संजीव पांडे, ऋषिकेश सिंह, शिवकुमार यादव, जितेंद्र गौतम, हरेंद्र मान, बृजेश लोधी, गौरी शंकर समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button