
Uttarakhand: Avalanche alert issued: Meteorological Department! Videos
देहरादून: फरवरी का महीना अभी बीता भी नहीं और उत्तराखंड में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उत्तराखंड में इस बार गर्मी अपना सितम दिखाएगी क्योंकि सोमवार को इस सीजन का महीने का सबसे अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री दर्ज किया गया है और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से चार डिग्री ज्यादा यानी कि 13 डिग्री दर्ज किया गया है।
CM धामी ने पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से की भेंट
लिहाजा राज्य के 8 जिलों में तापमान बढ़ने की चेतावनी जारी की गई है। एकाएक विभिन्न जिलों में 8 से 10 डिग्री तक तापमान बढ़ने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी इलाके तो दूर पहाड़ों में भी तापमान एकाएक बढ़ रहा है। सोमवार को मुक्तेश्वर में सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा तापमान बढ़ा टिहरी में भी 20.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया मसूरी में भी 21.9 डिग्री तापमान बढ़ा है।
बड़ी ख़बर: समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक निलंबित
मौसम विभाग की माने तो पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की अनुमान है। ऐसे में ऊचाई वालों क्षेत्रों से बर्फ पिघल सकती है। इनती गर्मी में एवलॉन्च आने की अंशाका भी बढ़ जाती है, जिसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।बढ़ते तापमान को देखते हुए मौसम विभाग ने हिमस्खलन की भी चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक यदि यदि तापमान में सघन वृद्धि होती है तो हिमस्खलन की भी संभावनाएं बढ़ जाती है, उन्होंने कहा कि एवलॉन्च को लेकर अलर्ट होने की जरूरत है।
अच्छी खबर: इन मेडिकल कॉलेजों को शीघ्र मिलेंगे 171 डॉक्टर
उन्होंने बताया कि आगामी समय में तापमान कम होना शुरू हो जाएगा तो हिमस्खलन की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि 4000 मी. से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे पर्वतीय जिलों के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में यह संभावनाएं बनी हुई है। क्योंकि सोमवार को तापमान में वृद्धि देखने को मिली है और कल मंगलवार को भी हिमस्खलन की संभावना बनी हुई है।
मौसम निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सेना और पैरामिलिट्री फोर्स को एवलांच की संभावना को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एवलॉन्च का इंपैक्ट नदियों में भी देखने को मिलेगा, ऐसे में मुख्य नदियों में जल स्तर बढ़ने के भी आसार हैं।
उन्होंने कहा कि नदियों का जल स्तर पर बढ़ने को लेकर संबंधित एजेंसियों को भी निगरानी बरतने को कहा गया है। मौसम निदेशक के मुताबिक चार हजार मीटर या फिर इससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की संभावनाएं हैं।