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उत्तरकाशी: कॉलेज हॉल में देखा “परीक्षा पे चर्चा” का लाइव प्रसारण

उत्तरकाशी से अनिल रावत की रिपोर्ट – देश के मा० प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं से आपसी बातचीत का कार्यक्रम “परीक्षा पे चर्चा” का लाइव प्रसारण अटल उत्कृष्ट राजकीय बालिका इन्टर कालेज उत्तरकाशी की छात्राओं द्वारा सम्बन्धित कॉलेज हॉल में देखा गया।

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प्रधानमंत्री जी का स्कूली बच्चों से बातचीत का कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हुआ। जहां पर स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा ऑफ लाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से प्रधानमंत्री से परीक्षाओं को लेकर कई सवाल पूछे गये। जिनका प्रधानमंत्री जी ने जवाब देकर छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।

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इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कहा कि परीक्षा जीवन का एक सहज हिस्सा है। आप इससे पूर्व भी कई परीक्षाएं दे चुके हैं। फिर परीक्षा से भय कैसा। आप एग्जाम प्रूफ हो चुके हैं। आपने जो किया है उसमें विश्वास भरके आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि जितनी सहज दिनचर्या प्रतिदिन रहती है उतनी ही सहज दिनचर्या परीक्षा के दिनों में भी रखे।

प्रधानमंत्री ने कोविड काल के दौरान हुई ऑनलाइन पढ़ाई पर बोलते हुए कहा कि माध्यम समस्या नहीं है। मन समस्या है। यदि खोजी मन हो तो माध्यम से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होनें कहा कि ऑनलाइन माध्यम को एक अवसर समझिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोलते हुए मा० प्रधानमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्धारण के लिए हिन्दुस्तान के कोने-कोने में कई सालों तक मन्थन, चर्चा व व्यापक अध्ययन हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के भविष्य के लिए बनाई गयी है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में व्यक्त्तिव विकास के कई अवसर है। खिलने व खुलने के लिए खेल का होना जरूरी है। जिसे देखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेल को भी शामिल किया गया है। हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ नये रास्ते पर चलने का अवसर प्राप्त हुआ है। 21वीं सदी के अनुकूल सारी व्यवस्थाओं व नीतियों को ढालना चाहिए।

20वीं सदी की नीतियों के साथ 21वीं सदी में नहीं चल सकते। प्रधानमंत्री जी ने छात्र छात्राओं के अभिभावकों से कहा कि वे अपने सपनों को बच्चों पर न थोपें। बच्चों की पसन्द नापसन्द का ध्यान रखें। इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, मुख्य शिक्षाधिकारी नरेश शर्मा, प्रधानाचार्य सुमन कोटियाल, शिक्षक- शिक्षिकाए व छात्राएं उपस्थित थीं।

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