
देहरादून: भाजपा ने हरक सिंह रावत को मंत्रिमंडल से छः वर्ष के लिए बर्खास्त कर दिया है। विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से ऐन पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी और मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर भाजपा ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। पार्टी ने यह संदेश दिया कि अनुशासनहीनता के लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है। इसके साथ ही टिकट वितरण के बाद उपजने वाले असंतोष के सुरों को थामने के उद्देश्य से भी पार्टी की इस कार्रवाई को देखा जा रहा है।
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वहीं हरक सिंह रावत का बड़ा बयान सामने आया है। ‘मैं अपने बड़े भाई से सौ बार माफी मांगता हूं, उत्तराखंड के हित के लिए सौ बार क्या एक लाख बार भी माफी मांगनी पड़े, तो मांग लूंगा।’ यह बात भाजपा से निष्कासित हरक सिंह रावत ने कांग्रेस में वापसी करने को लेकर चल रहे घटनाक्रम और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान पर कही।
हरक सिंह रावत ने यह भी कहा कि 2016 में जो कुछ हुआ, वह पुरानी बात है, तब उनसे और हरीश रावत दोनों से कुछ गलतियां हुई थीं, जिनके कारण जो हुआ, सो हुआ। हरक सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस के भीतर तमाम बड़े नेताओं के साथ उनकी बातचीत हो चुकी है और सभी का सकारात्मक रवैया रहा है।
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‘मैंने कांग्रेस में आने का इतना बड़ा निर्णय लिया है, इससे बड़ी माफ़ी क्या हो सकती है? तब दोनों की गलती थी और अब सबसे ही बात होगी।’ कांग्रेस जॉइन करने को लेकर चल रहे ताज़ा घटनाक्रम पर हरक ने कहा कि ‘कल से समय नहीं मिला। आज सुबह से पार्टी में सबसे बातचीत हुई है और सबका रवैया सकारात्मक है। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से बातचीत हुई है, वह आलाकमान से आगे बात करके बताएंगे। जैसी भी स्थिति बनेगी, उसके हिसाब से ही आगे के फैसले होंगे।
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हरक सिंह ने कहा, 2016 की बात बहुत पुरानी हो गई। उस समय परिस्थितियां अलग थीं, जो बात हो गई हो गई। हरीश भाई भी मानते हैं कि परिस्थितियां ही निर्णय का आधार बन जाती हैं। कुछ गलतियां मुझसे हुईं, कुछ हरीश भाई से हुईं। जो बातचीत हरीश भाई से हुई थी, उस पर वो इम्पलीमेंट नहीं कर पाए थे। यह भी सही है कि मैंने तब जिन विकास के कामों के लिए बात की, उन्होंने उस वक्त वो सब किए।
हरीश को बड़ा भाई कहते हुए हरक सिंह रावत कहते हैं कि उन्हें कांग्रेस और हरीश रावत की सभी शर्तें मंजूर हैं। उत्तराखंड के विकास के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। अगर उनकी माफी मांगने पर उनके बड़े भाई हरीश उन्हें माफ कर देते हैं तो यह बहुत ही अच्छी बात होगी। कांग्रेस हाईकमान से आज भी बात की है। उनके कांग्रेस के दोबारा ज्वाइन करने पर उन्हें जल्द ही बताया जाएगा। कांग्रेस हाईकमान के फैसले पर ही मैं आगे की कोई रणनीति या कोई निर्णय ले पाऊंगा।’ हरक सिंह रावत।