उत्तराखंड

CDS बिपिन रावत सहित अन्य लोगों का शव ला रही एम्बुलेंस का एक्सीडेंट

बुधवार 8 अक्टूबर को कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में देश के पहले CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मृत्यु हुई और ग्रुप कमांडर वरुण सिंह का इलाज चल रहा है। आज इन सभी 13 शवों को वेलिंगटन से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया जा रहा था,लेकिन रास्ते में एम्बुलेंस का एक्सीडेंट हो गया।दरअसल तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के सीडीएस जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी सहित कई सैन्य अधिकारियो की मृत्यु हो गई।

CDS जनरल बिपिन रावत (Bipin Ravat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित अन्य सैन्य अफसरों का पार्थिव शरीर लेकर जा रही एम्बुलेंस भी हादसे का शिकार हो गई। दरअसल गुरुवार को मृतकों का पार्थिव शरीर वेलिंग्टन से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर ले जाया गया था। तभी काफिले में शामिल एक एम्बुलेंस का बैलेंस बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर पहाड़ी से जा टकराई।  इस घटना से किसी के भी हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है।

दरअसल हैलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नि सहित 13 लोगों की मौत बेहद दुखद है। जनरल बिपिन रावत एक जिम्मेदार सैन्य प्रमुख, कर्तव्यपरायण अधिकारी और कुशल नेतृत्वकर्ता रहे। जिन्होंने अपनी काबिलियत और लगातार मेहनत की बदौलत थल सेनाध्यक्ष के बाद देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनने का गौरव हासिल किया।

बेहद दुखद हैलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मौत से पूरे भारत में शोक की लहर है। जनरल रावत उत्तराखंड की शान और देश के सच्चे सपूत थे। उन्होंने हमेशा सेना का मनोबल बढ़ाया। उनके नेतृत्व में देश की सेना कई गुना मजबूत हुई। देश सेवा में किए गए उनके योगदान को देश सदैव स्मरण रखेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दे और उनके परिवार के लोगों को यह अकस्मिक दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करें।

बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर  क्रैश में देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिया रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों और अफसरों का देहांत हो गया था. घटना के बाद मृतकों के शव वेलिंगटन मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाए गए थे गुरुवार सुबह इन शवों को पूरे सैन्य सम्मान के साथ मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया. रेजिमेंटर सेंटर में श्रद्धांजलि सभा के बाद अब इन पार्थिव शरीरों को दिल्ली भेजा जा रहा है.

जहां-जहां से शहीदों का पार्थिव शरीर गुजरा वहां के लोगों ने रास्तों और वाहनों में फूलों की बारिश की. कई लोगों की आंखे नम रहीं तो कइयों के चेहरे निराशा भरे हुए नज़र आये. लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की बताया जा रहा है कि शहीदों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा जहां पीएम मोदी समेत देश के कई बड़े नेता और मृतकों के परिजन मौजूद रहेगें

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