पीड़ित समाजसेवी ने की चौकी प्रभारी के खिलाफ शिकायत

लालकुआं से मुकेश कुमार की रिपोर्ट : रिश्तेदार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की सूचना पर पुलिस चौकी बिन्दुखत्ता गए समाजसेवी को जबरन झूठे मुकदमे में फंसाने के मामले में अनुसूचित जाति आयोग के आयुक्त से की गई शिकायत के बाद मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी लालकुआं सर्वेश पवार ने जांच प्रारंभ कर दी है जिसके तहत पीड़ितों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
बिन्दूखत्ता चौकी क्षेत्र के गांधीनगर हल्दूधार निवासी समाजसेवी सूरज जुगारियां द्वारा आयुक्त अनुसूचित जाति आयोग उत्तराखंड को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि 1 माह पूर्व उसे उसकी चाची ने दूरभाष पर बताया कि उसके चाचा को बिंदुखत्ता चौकी पुलिस घर से उठाकर ले गई है, उक्त सूचना के बाद वह बिंदुखत्ता चौकी में पहुंचा और चौकी प्रभारी मनोज कुमार चौधरी से चाचा को गिरफ्तार करने के संबंध में जानकारी प्राप्त की तो चौकी प्रभारी ने बेवजह अभद्रता करनी शुरू कर दी, यहां तक कि जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे हवालात में बंद कर दिया। दूसरे दिन झूठा मुकदमा पंजीकृत कर उसे भी जेल भेज दिया। पीड़ित का कहना है कि वह समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणीय है, और लोगों के दुख दर्द में को साझा करता है।
बिन्दुखत्ता चौकी प्रभारी द्वारा उसे बेवजह जेल भेजने से वह स्वयं को अत्यधिक अपमानित महसूस कर रहा है। पीड़ित का यह भी कहना है कि उक्त चौकी प्रभारी पुलिस में ऊंची पकड़ रखता है। अनुसूचित वर्ग के कई लोगों को झूठे मुकदमे में जेल भेज चुका है। उन्होंने प्रार्थना की कि उक्त चौकी प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसे न्याय दिलाया जाए। अनुसूचित जाति आयोग के आयुक्त को भेजी गई शिकायत के बाद उक्त जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय लालकुआं में पहुंची है जहां पीड़ित परिवार के वर्तमान में बयान दर्ज किए जा रहे हैं।