उत्तराखंडराजनीति

बोले हरदा- कांग्रेस को उठाना पड़ेगा चुनाव में नुकसान! पढ़ें पूरी ख़बर 

Congress is seeking public suggestions to prepare its manifesto.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में जुटी हुए है। ऐसे में स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पहले शुरू होने पर पार्टी की तैयारी पर विपरीत असर पड़ सकता है। वही प्रदेश में कांग्रेस के घोषणापत्र में उत्तराखंडी पहचान यानी उत्तराखंडियत को भी बड़े राजनीतिक मुद्दे के रूप में आगे करने की तैयारी है। इन मुद्दों के बूते चुनावी जंग को मोदी बनाम उत्तराखंडियत बनाने की तैयारी है।

कांग्रेस अपने घोषणापत्र को तैयार जन सुझाव मांग रही है। महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुख्य और बड़े मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार की घेराबंदी कर ही रही है। 2022 के चुनाव के लिए तैयार किए जा रहे पार्टी के घोषणापत्र में भी बड़े और निर्णायक मुद्दों में उत्तराखंड की पहचान से जुड़े विषयों को खास जगह देने की तैयारी है।

बीते दिनों केदारनाथ दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड से पलायन रोकने के साथ ही पानी और जवानी यहां के काम आने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों का जिक्र किया था। कांग्रेस इसके जवाब में राज्य की पहचान के रूप में शिल्प, हस्तशिल्प व कला और मंडुवा, झंगोरा समेत स्थानीय उत्पादों व पहाड़ी व्यंजनों को बढ़ावा देने को अपने घोषणापत्र में तरजीह देने जा रही है।

इसके माध्यम से राज्य में बेरोजगारी कम करने, खेती-किसानी को नई दिशा देने का वायदा किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मीडिया सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने कहा कि कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में उत्तराखंडियत पर जोर रहेगा।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत उत्तराखंड की पहचान पर लंबे समय से जोर दे रहे हैं। उनकी पिछली सरकार ने इस दिशा में कई कदम भी उठाए थे। इन्हीं जन सरोकारों पर पार्टी पूरी तैयारी के साथ सामने आएगी।

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