गन्ना मूल्य घोषित न होने पर किसानों में आक्रोश

डोईवाला से आशीष यादव की रिपोर्ट: तीन कृषि बिल को लेकर केंद्र सरकार के बैक बैक फुट पर आने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने मंथन बैठक का आयोजन किया। जिसमें तीन कृषि बिल के वापसी के शासनादेश तक संघर्ष जारी रखने की बात कही। डोईवाला में संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों व किसानों की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें तीन कृषि के बिल की वापसी को लेकर चर्चा की गई।
साथ ही 22 नवंबर से हो रहे गन्ना पेराई सत्र को लेकर भी रणनीति बनाई गई। किसानों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुवे कहा कि दो दिन बाद पेराई सत्र की शुरुआत होने जा रही है। अभी तक प्रदेश सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया है। जबकि किसान लंबे समय से 450 रुपये कुंतल गन्ने के समर्थन मूल्य की मांग करते आ रहे हैं।
साथ ही कहा कि अन्य प्रदेशों में गन्ने के मूल्य की घोषणा कर दी गई है। उत्तराखंड का किसान अभी तक गन्ना मूल्य को लेकर टकटकी से सरकार की घोषणा का इंतजार कर रहा है। अगर पेराई सत्र शुरू होने तक गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया, तो किसान पेराई सत्र का विरोध करेंगे। उदघाटन करने वाले मंत्री को काले झंडे दिखाकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इस दौरान ताजेन्द्र सिंह, उम्मेद बोरा, सुरेन्द्र सिंह खालसा, गौरव मल्होत्रा, कमल अरोड़ा, मोहित उनियाल, जाहिद अंजुम, इल्यास, हमिद, मकसूद अली, कुतबुद्दीन, सावन राठौड़ आदि मौजूद रहे