
देहरादून: उत्तराखंड में अब तक कोविड 19 को लेकर जो आंशिक प्रतिबंध जारी थे, अब नहीं रहेंगे. राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर जो एसओपी जारी की थी, उसे निरस्त कर दिया गया है. दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग ने सौ फीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए अभियान ‘हर घर दस्तक’ लॉंच किया है, जिसके तहत आशा वर्कर घर घर जाकर टीके के बारे में जानकारी लेंगी.
इधर, प्रदेश में पिछले 24 घंटे के जो आंकड़े जारी हुए, उनके अनुसार राज्य में 12 नए कोरोना मरीज़ मिले और 6 रिकवर हुए. फिलहाल कुल 179 कोविड मरीज़ों का राज्य में इलाज चल रहा है. देहरादून के ज़िला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिनेश चौहान के हवाले से खबरों में कहा गया कि आशा वर्कर तमाम घरों में जाकर ये जानकारी कलेक्ट कर रही हैं कि किसने वैक्सीन नहीं लगवाई है और क्यों नहीं. इसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेगा. राज्य सरकार आगे इस पर एक्शन लेगी.
राज्य सरकार के डेटा की मानें तो कुल 80.50 लाख वयस्क आबादी को उत्तराखंड में वैक्सीन दी जाना है, जिसके लिए कुल 1.61 करोड़ डोज़ की ज़रूरत पड़ेगी. राज्य सरकार की तरफ से जारी की जाने वाली नियमित सूचना के मुताबिक बुधवार की शाम तक राज्य में 44,75,504 लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड हो चुके थे जबकि 75,26,853 लोगों आंशिक तौर पर वैक्सीनेटेड पाए गए.
इधर, कोरोना से जुड़े तमाम प्रतिबंध खत्म किए गए हैं. यानी अब तक वैवाहिक या सार्वजनिक कार्यक्रमों, स्थानों पर जो 50 फीसदी क्षमता की शर्त थी, अब वो नहीं रहेगी, लेकिन सरकार के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा, वरना आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत जुर्माने की या दंडात्मक कार्रवाई हो सकेगी. ये नियम इस तरह हैं, जिनका पालन करना होगा .
1. पब्लिक प्लेस, वर्कप्लेस या पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क पहनना अनिवार्य
2. पब्लिक प्लेस पर छह फीट की दूरी रखना अनिवार्य
3. पब्लिक प्लेस पर तंबाकू, गुटखा और पान आदि के सेवन पर मनाही
4. पब्लिक प्लेस पर थूका तो जुर्माना होगा या सज़ा भी हो सकती है